रामसता: बारिश की कामना लेकर भगवान की आराधना 5 घंटे बाद हुई झमाझम बारिश
दशरथ के रामदुलारे कौशिल्या के प्यारे राम की संगीतमय सेवागीतो में झूमे भक्त
पुरानी बस्ती रांका के मा महामाया मंदिर प्रांगण में हुआ आयोजन
फ़ोटो 01 आराधना करते ग्रामीण
बेमेतरा 11 सितंबर 2021:- पुरानी संस्कृति व संस्कारो का भविष्य के युवा पीढ़ी में बीज बोने व बारिश की कामना को लेकर शुक्रवार को ग्रामीणों द्वारा मा महामाया मंदिर प्रांगण पुरानी बस्ती रांका में एक दिवसीय रामसता का आयोजन किया गया।
गुरुवार शाम को 5 बजे भगवान राम के भक्तिमय सेवागीत से रामसता की शुरुआत हुई। यह पहली बार ऐसा संयोग हुआ कि रामसता शुरू होने के 5 घंटे बाद रात 10 बजे झमाझम बारिश हुई। जहाँ रातभर बारिश होती रही। वही शुक्रवार को भी पूरे दिन रुक रुककर बारिश हुई है। जिससे ग्रामीण खुशी से झूम उठे। वही सूखे खेतो में पानी भरने से मुरझा रहे धान की फसलों में जान लौट आई। बारिश होने से किसान वर्ग काफी खुश नजर आए। दूसरे दिन ग्रामीणों ने महामाया मंदिर प्रांगण में दिन भर भगवान राम की महिमा का पाठ किया। ग्रामीणों ने संभावनाएं जताई कि सामूहिक रूप से भगवान की आराधना करने से उनकी पुकार सुन ली गई। जिससे क्षेत्र में अच्छी बारिश हुई।
भक्तिमय सेवागीतो में झूमे बच्चे व बुजुर्ग
गुरुवार पूरी रात को भगवान राम की सेवागीत होती रही। जिसमें गांव के बुजुर्गों से लेकर युवा वर्ग व छोटे बच्चे ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया। जहाँ भगवान राम के भक्तिमय सेवागीतो की प्रस्तुति दी। स्थानीय मानस मंडलियों द्वारा बारी बारी से भगवान राम के महिमा का बखान कर सेवागीतो के माध्यम से भक्तिभजन में लीन रहे। इस दौरान ढोलक, झांझ मंजीरा की धुन में दशरथ के रामदुलारे राम कौशिल्या के प्यारे राम की संगीतमय सेवागीतो से पूरा मंदिर प्रांगण गूंजता रहा। जहां भक्त संगीतमय सेवागीतो में झूमते रहे।
हवन पूजन के साथ हुआ रामसता का समापन
शुक्रवार को शाम 6 बजे हवन पूजन के साथ एक दिवसीय रामसता का समापन हुआ। जिसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। पुरोहित खूबीराम उपाध्याय ने हवन पूजन का कार्य सम्पन्न कराया। इस अवसर पर सनत निषाद, नरेशराम साहू, महेश, दुकल्हा, दुर्गु, सोमनाथ निषाद, दिनेश साहू, सुदर्शन, भगवती, रामप्रसाद निषाद, राजेंद्र, ऋषि, ओमप्रकाश, रामा, बाबूलाल, गजेंद्र साहू, भारत, परमेश्वर, अवध, मोहबत, पुरुषोत्तम साहू, प्रीतम, खिलेश, संतराम, बिरेंद्र, विष्णु राम, रामकुमार, हेमकुमार, धन्नु, सूरज, अरुण, युकेश, खेलू साहू, अशोक, जीवन, कमलेश, किशन, युगल साहू सहित ग्रामीण मौजूद थे।
