महाविद्यालय स्थापना दिवस : ऑक्सफोर्ड जैसा बने दिग्विजय कॉलेज
राजनांदगांव। शासकीय दिग्विजय महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ.के.एल. टांडेकर के कुशल मार्गदर्शन में आई.क्यू.ए.सी. द्वारा दिग्विजय महाविद्यालय स्थापना दिवस पर दिनांक 13/07/2022 से 21/07/2022 तक विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया। कार्यक्रम के प्रथम दिवस 13/07/2022 को समस्त अधिकारियों/कर्मचारियों ने दिग्विजय दास जी की मूर्ति पर माल्यार्पण कर उनके योगदान को याद किया। कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों हेतु निबंध प्रतियोगिता (विषय- दिग्विजय महाविद्यालय कल, आज और कल) एवं पोस्टर प्रतियोगिता (विषय – मेरा दिग्विजय महाविद्यालय) का आयोजन किया गया। निबंध प्रतियोगिता में प्रथम-कमलेश कुमार, बी.एस.सी. अंतिम वर्ष बायो, द्वितीय रीमा देवांगन एम.एस.सी. तृतीय सेम. तथा तृतीय स्थान सोनम देवांगन एम.एस.सी. तृतीय सेम. रही। पोस्टर प्रतियोगिता में प्रथम स्थान थान सिंह साहू एम.एस.सी. तृतीय सेम., द्वितीय शुभम श्रीवास्तव बी.काम. अंतिम एवं तृतीय स्थान गुंजा उके बी.एस.सी. अंतिम रहे।
कार्यक्रम के अंतिम दिवस 23/07/2022 को वरिष्ठ पूर्व प्राध्यापकों एवं वरिष्ठ पूर्व प्राचार्यो का सम्मान समारोह आयोजित किया गया। सम्मान समारोह में पूर्व प्राचार्य डॉ. हेमलता मोहबे एवं डॉ. आर.एन. सिंह तथा पूर्व प्राध्यापक प्रोफेसर डी.एस. भारद्वाज , प्रो. वी. तंबोली प्रो. आर पी दीक्षित, प्रोफेसर एम आर काले उपस्थित से प्रोफेसर वी. तंबोली ने अपने कार्यकाल के अनुभव साझा किए प्रोफेसर दीक्षित ने महाविद्यालय का गौरवशाली इतिहास बताया एवं उन्होंने दिग्विजय राज्य की आकांक्षा से महाविद्यालय परिवार को अवगत कराया दिग्विजय दालचीनी महाविद्यालय को अपना किला दान करते हुए स्वप्न से किया कि महाविद्यालय ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय जैसा बनी एवं खेलकूद में भी अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रसिद्धि हासिल करें प्रोफेसर कॉलोनी महाविद्यालय की प्रगति पर प्रसन्नता व्यक्त की और कहा कि वे महाविद्यालय की ऋणी है महाविद्यालय ने उन्हें बहुत कुछ दिया है वे इससे अऋणी नहीं हो सकते। डॉ. आर एन सिंह ने सबसे लंबे समय तक अपनी सेवाएं दे चुके पूर्व प्राध्यापक एवं पूर्व प्राचार्य ने कहा कि यह महाविद्यालय प्राध्याप कों का ट्रेनिंग सेंटर है यहां हर प्राध्यापकों को हर तरह का कार्य करने का अवसर मिला। किंतु भविष्य में और अधिक मेहनत की आवश्यकता है अपने महाविद्यालय की ग्रेडिंग को एक प्लस तक लाने के लिए। डॉ. हेमलता मोहबे ने महाविद्यालय को अपना किला दान करने वाले दानवीर राजा दिग्विजय दास जी एवं संस्था के प्रथम अवैतनिक प्राचार्य किशोरी लाल शुक्ला जी का आभार व्यक्त किया उन्होंने बताया कि इस महाविद्यालय में विद्यार्थी शिक्षक एवं अध्यापक के रूप में सीखने एवं कार्य करने का अवसर मिला उन्होंने प्रचार एवं आभार व्यक्त किया जिसने ऐसे कार्यक्रम के माध्यम से ही को पुरानी से जोड़ने का प्रयास किया प्रोफेसर भारद्वाज ने बताया कि नहीं अपने कार्यकाल में भर्ती जी के क्वार्टर में रहने का सौभाग्य मिला उन्होंने यह भी कहा कि विद्यार्थियों को रचनात्मक कार्यों से जोड़ के रखना पदों की भूमिका है प्राचार्य डॉ.के.एल. टांडेकर ने श्रीफल एवं सालों से अतिथियों का सम्मान किया उन्होंने अपने महाविद्यालय महाविद्यालय निरंतर प्रयास कर रहा है इसका एक उदाहरण है ग्रीस में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय भारोत्तोलन प्रतियोगिता में महाविद्यालय की बीए द्वितीय वर्ष की छात्रा ज्ञानेश्वरी यादव ने सिल्वर मेडल हासिल किया। इस कार्यक्रम का सफल आयोजन आई.क्यू.ए.सी. समन्वयक डॉ.के.के. देवांगन, सह समन्वयक डॉ. त्रिलोक देव एवं सदस्य डॉ. माजिद अली, डॉ. प्रमोद महीश, डॉ. दिव्या देशपाण्डे, डॉ. अनिता साहा, डॉ. डी.के. वर्मा एवं श्रीमती सुमन बोथरा द्वारा किया।

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