कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिकों द्वारा कृषकों को मौसम संबंधी सलाह… दामिनी एप के माध्यम से अपने क्षेत्र के 40 किलोमीटर की परिधि में आकाशीय बिजली की स्थिति के सम्बंध में जानकारी प्राप्त कर रह सकते हैं सुरक्षित
राजनांदगांव 30 जून 2022। गाज गिरने या बिजली चमकने की स्थिति में विशेष सावधानियों का पालन करने के लिए ग्रामीणों को सलाह देते हुए कृषि विज्ञान केन्द्र सुरगी राजनांदगांव के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ. बीरबल सिंह राजपूत ने कहा कि तेज बारिश या गरज चमक के समय किसी भी परिस्थिति में खुले स्थान में या बाहर न निकलें। वृक्ष के नीचे न रूके यदि संभव हो तो पक्के ठोस छत या पक्के मकान में रूके, किसी भी धातु जैसे लोहा, टिन से बने छत, दरवाजे या खम्भे के समीप न रहे और न ही उन्हें छुएं यदि खुले स्थान पर फंसे हो तो पैरों की एडियों को जोड़कर कान बंदकर उखडू बैठ जायें, इससे प्रभाव कम पड़ता है। गजर्ना के समय किसी भी प्रकार के दूरसंवेदी उपकरणों जैसे मोबाइल, टीवी, रेडियो का उपयोग न करें। यदि किसी व्यक्ति को गाज गिरने से क्षति पहुंचती है तो प्राथमिक चिकित्सा हेतु तत्काल समीपस्थ स्वास्थ्य केन्द्र में ले जाए। किसी भी प्रकार के अंधविश्वास का सहारा न लें। किसान गजर्ना के समय रोपाई कार्य न करें और अन्य को भी जागरूक करें, पशुओं को वर्षा काल में बाहर चरने न छोड़ें, बिजली गिरने से सर्वाधिक हानि पशुओं को होती है क्योंकि वह खुले स्थानों पर या पेड़ के नीचे सहारा लेते हैं। इस संबंध में डॉ. बीएस राजपूत एवं कृषि मौसम वैज्ञानिक श्रीमती सुरभि जैन द्वारा भारत सरकार पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय तथा भारत मौसम विज्ञान विभाग के संयुक्त तत्वाधान में विकसित दामिनी एप के माध्यम से अपने क्षेत्र के 40 किलोमीटर की परिधि में आकाशीय बिजली की स्थिति के सम्बंध में जानकारी प्राप्त कर सुरक्षित रह सकते हैं। इस एप को आप अपने स्मार्ट फोन एंड्रायड मोबाइल में प्ले स्टोर के द्वारा इंस्टाल कर सकते हैं।

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