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सुराजी गांव योजना से मिलेगी ग्रामीण अधोसंरचना को मजबूती, आम जनता के प्रति अपने दायित्वों का निर्वहन संवेदनशीलता पूर्वक करें : कलेक्टर

  • वर्मी कम्पोस्ट निर्माण में गति लाने के दिए निर्देश
  • गर्मी को ध्यान में रखते हुए पेयजल की आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करने के दिए निर्देश
  • धान के बदले अन्य वैकल्पिक फसल लेने के लिए किसानों को करें प्रोत्साहित
  • कलेक्टर ने विकासखंड स्तरीय अधिकारियों की ली समीक्षा बैठक

राजनांदगांव। कलेक्टर श्री तारन प्रकाश सिन्हा ने आज विकासखंड मुख्यालय डोंगरगांव में विकासखंड स्तरीय अधिकारियों की बैठक लेकर जमीनी स्तर पर योजनाओं के क्रियान्वयन और योजनाओं के मूर्त रूप का आकलन किया। इस दौरान कलेक्टर ने अधिकारियों से कहा कि आम जनता के प्रति अपने दायित्वों का निर्वहन संवेदनशीलता पूर्वक करें। जिससे ग्रामीणजन अपनी समस्या बिना किसी परेशानी के आपके समक्ष रख सके। उन्होंने कहा कि शासन द्वारा निर्धारित मुख्यालय में निवास करना सुनिश्चित करें। साथ ही साथ अपने कार्यालय में निर्धारित समय अवधि में उपस्थित रहते हुए योजनाओं का क्रियान्वयन करते हुए आम जनता के समस्या का समाधान करें। उन्होंने कहा कि यदि किसी अधिकारी के खिलाफ आमजनों के प्रति असंवेदनशील व्यवहार की शिकायत मिलती है तो उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कलेक्टर ने मुख्यमंत्री की फ्लैगशिप योजना गोधन न्याय योजना को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि योजना के बेहतर क्रियान्वयन के लिए अपनी महती जिम्मेदारी का निर्वहन सार्थकता पूर्वक करें। उन्होंने कहा कि ग्रामीण अधोसंरचना और आजीविका मूलक गतिविधियों को मूर्त रूप देने के लिए योजना का संचालन किया जा रहा है। इससे ग्रामीण स्तर पर नए-नए गतिविधियों का संचालन करने और रोजगार का सृजन करने के अवसर मुहैया हो रहे हैं।
कलेक्टर ने योजना का बेहतर क्रियान्वयन करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए हैं। उन्होंने कहा कि सभी संबंधित अधिकारी नियमित रूप से गौठानों का भ्रमण कर वास्तविक स्थिति का जायजा लें। जितने भी गौठान संचालित हो रहे हैं वहां सभी छाया, चारा, पानी की व्यवस्था अनिवार्य रूप से होनी चाहिए। इसके साथ ही सभी गौठनों में सतत रूप से गोबर की खरीदी चालू रहनी चाहिए। उन्होंने वर्मी कंपोस्ट की बिक्री की व्यवस्था की भी जानकारी ली और कहा कि गौठान में वर्मी कंपोस्ट बनाने का कार्य पूर्ण गति से होनी चाहिए। किसी भी गौठान में वर्मी टांका खाली नहीं रहनी चाहिए। यह जिला कृषि प्रधान जिला है। इसे ध्यान में रखते हुए किसानों को किसी प्रकार की कोई तकलीफ नहीं होनी चाहिए।
कलेक्टर श्री सिन्हा ने गर्मी के मौसम को ध्यान में रखते हुए सभी गांव में पेयजल की आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। इसके लिए उन्होंने ग्रामीणों अंचलो का सतत भ्रमण कर पेयजल की स्थिति का मूल्यांकन करने कहा है। उन्होंने स्कूल शिक्षा विभाग की समीक्षा करते हुए कहा कि स्कूलों को आवश्यक मूलभूत सुविधा संसाधन और जीर्णोद्धार के लिए के लिए राशि का वितरण किया गया है। इस राशि का सदुपयोग करते हुए स्कूलों की स्थिति को बेहतर बनाने की दिशा में कार्य किया जाना चाहिए। उन्होंने वर्तमान में विद्यालय बंद होने की स्थिति में इन संपूर्ण कार्यों को स्कूल खुलने के पहले पूर्ण करने के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर ने राजीव गांधी किसान न्याय योजना की समीक्षा करते हुए कहा कि धान के बदले अन्य वैकल्पिक फसल लेने के लिए अधिक से अधिक किसानों को प्रोत्साहित करें। उन्होंने इसके लिए किसानों से सतत संपर्क करने और योजना के संबंध में जानकारी देने कहा है। इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ श्री लोकेश चंद्राकर, एसडीएम डोंगरगांव श्री हितेश पिस्दा, जनपद सीईओ श्री प्रतीक प्रधान सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

By Amitesh Sonkar

Sub editor

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