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पढ़ाई का जूनून….. 16 महीने बाद खुले स्कूल, तेज बारिश में भी उत्साह से भीगते पहुंचे बच्चे

स्कूल के कमरें में जगह कम पड़े तो पंचायत भवन में खुद ही झाडू लगाकर बच्चों ने की पढ़ाई

फोटोः01 बारिश में भीगते स्कूल जाती छात्राएं
फोटोः02 कक्षा में पढ़ाई करते स्कूली बच्चे
बेमेतरा 2 अगस्त :- कोरोना संक्रमण के चलते 16 महीने से बंद सरकारी व प्राइवेट स्कूल सोमवार को खुल गए। इसके साथ ही कक्षा पहली से लेकर पांचवी, 8वीं, दसवी, बारहवी कक्षा की पढ़ाई शुरू हो गई। लंबे समय बाद स्कूल खुलने से विद्यार्थियों में स्कूल जाने की खुशी व पढ़ाई का जूनून देखने को मिला।
जहां पहले दिन तेज बारिश होने के बावजूद छात्र -छात्राएं पानी में भीगते हुए 5 किमी दूर ग्राम तिवरैया, कुरूद, किरीतपुर से सफर तय कर स्कूल खुलने के समय में स्कूल पहुंचे। बारिष के चलते 11 बजे तक स्कूली बच्चे पहुंचते रहे। जिसके कारण 11 बजे के बाद स्कूलों में पढ़ाई शुरू हुई। इधर पहले ही दिन स्कूली बच्चों को अव्यवस्थाओं से गुजरना पड़ा। स्कूलों में जगह कम पड़ गई। जिसके चलते विद्यार्थियों को सामुदायिक व पंचायत भवन में बैठकर पढ़ाई किए। जहां कमरें की साफ- सफाई नहीं होने के कारण स्कूली छात्राओं ने झाडू से साफ- सफाई किए। तब कहीं जाकर पढ़ाई शुरू हो पाई। सुविधा होने के बाद भी कई स्कूलों में शिक्षक लेट से पहुंचे। तो कुछ स्कूलों में बारिष के चलते स्कूलों में कम बच्चे स्कूल पहुंचे थे।

नवमी ग्यारहवीं की नही लगी क्लास, निराश लौटे बच्चे

पहले दिन स्कूल खुलने के चलते शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कठिया(रांका) में कक्षा नवमी, ग्यारहवीं के छात्र- छात्राएं स्कूल खुलने के पहले ही पहुंच गए थे। कक्षा नवमी के छात्र तारण निषाद ने बताया कि सोमवार को सुबह 10 बजे स्कूल पहुंच गए थे। मैडम ने बुधवार से क्लास लगने की बात कही। जिससे घर लौट गए। इसी तरह कक्षा ग्यारहवी की छात्रा ने बताया कि निर्धारित समय में पढ़ाई होगी करके स्कूल पहुंचे थे। लेकिन पढ़ाई नहीं हो पाई। षिक्षकों द्वारा मोहल्ला क्लास के माध्यम से पढ़ाई होने की बात कही गई।

सोशल डिस्टेंसिंग का किया पालन, मास्क पहनकर की पढ़ाई
पहले दिन स्कूलों में 50 प्रतिषत यानी आधे विद्यार्थियों की उपस्थिति में पढ़ाई हुई। हाईस्कूल कठिया के प्राचार्य ओपी टंडन ने कोरोना संक्रमण को देखते हुए बच्चों को सोषल डिस्टेसिंग का पालन कर पढ़ाई कराई जा रही है। उन्होंने बताया संक्रमण से बचाव के लिए बच्चे मास्क पहनकर पढ़ाई कर रहे है। बिना मास्क के स्कूल आने पर निःशुल्क मास्क दिया जा रहा है। बच्चों की स्वास्थ्य जांच के लिए मशीन रखी गई हैं। जिससे जांच करने के बाद स्कूल में प्रवेश दिया जाता है। साथ ही हर क्लास में सैनिटाइजर रखा गया है। साफ- सफाई को लेकर भी विषेष ध्यान दिया जा रहा है। ताकि बच्चे संक्रमण की चपेट में न आ सके।
स्कूल में जगह कम पड़ी तो पंचायत भवन में हुई पढ़ाई

शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कठिया (रांका) में सोमवार को 50 प्रतिषत बच्चे पहुंचने के बाद भी स्कूल में बच्चों के बैठने के लिए जगह कम पड़ गई। प्राचार्य ओपी टंडन ने बताया कि सोशल डिस्टेसिंग का पालन कराने के चलते बच्चों की बैठक की कमी पड़ने लगी है। जिसके कारण गांव के ही सामुदायिक भवन, सतनाम व पंचायत भवन में बच्चों की पढ़ाई कराई जा रही है। उन्होंने बताया कि दसवी बारहवी के अलावा नवमी, ग्यारहवीं के बच्चों का मोहल्ला क्लास पंचायत व सतनाम भवन में लगाया जा रहा है।
निरीक्षण में पहुँचे सहायक संचालक 8 शिक्षक मिले अनुपस्थित
2 अगस्त को सहायक संचालक अरविंद मिश्रा,डीएमओ आशुतोष कोशरिया, जोन प्रिंसिपल जेके घृतलहरे ने हाईस्कूल कठिया, हायरसेकेंडरी जेवरा,खंडसरा, अँधियारखोर, खाती स्कूल में निरीक्षण किया। इस दौरान कठिया हाईस्कूल में 8 शिक्षको अनुपस्थित मिले। सहायक संचालक मिश्रा ने बताया कि सभी शिक्षकों को नोटिस जारी कर वेतन कटौती की जाएगी। इस तरह की शिकायत पहले से मिल रही है। उन्होंने बताया कि हायरसेकेंडरी अंधियारखोर में 9-11 के बच्चों को शिक्षको द्वारा पुस्तक नहीं बाटी गई थी। मौके पर उपस्थित शिक्षक को सभी बच्चों को पुस्तक बाटने के निर्देश दिए गए। बाकी स्कूलों में साफ-सफाई व्यवस्था ठीक रही।

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