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एक्स रिपोर्टर न्यूज। राजनांदगांव

मेडिकल कॉलेज अस्पताल की तर्ज पर जिला अस्पताल परिसर में बना ऑक्सीजन प्लांट अभी तक शुरु नहीं हो पाया है। जबकि अफसरों के कहे अनुसार प्लांट को फरवरी लास्ट में ही शुरु हो जाना चाहिए था। लेकिन कभी जनरेटर में इंधर पूर्ति तो कभी बिजली व्यवस्था में देरी जैसी दिक्कतों की वजह से प्लांट शुरु नहीं हो पाया है। अप्रैल का आधा महीना बीत चुका है, कार्य अभी भी अधर में है।

सिविल वर्क पूरा होने के बाद ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना कर दी गई है। इमरजेंसी के लिए भारी भरकम जनरेट भी लगाए जा चुके है। कुछ दिन पहले तक जनरेटर से प्लांट वर्क की टेस्टिंग की जानी थी, लेकिन जनरेटर शुरु करने के लिए लगभग 400 लीटर डीजल की जरुरत थी, जीवनदीप समिति में पर्याप्त फंड नहीं होने के कारण जिला अस्पताल प्रबंधन ने उच्च अधिकारियों से पत्राचार किया था। इसके चलते प्लांट शुरु करने में देरी हुई, अब बिजली व्यवस्था में देरी के चलते प्लांट शुरू नहीं होने की बात कही जा रही है। सिविल सर्जन डॉ. केके जैन की माने तो वर्क पूरा होने के बाद जल्द ही प्लांट शुरु कर दिया जाएगा।

1800 एलपीएम कैपेसिटी के दो प्लांट लगाए गए

गौरतलब है कि अस्पताल परिसर में दो ऑक्सीजन प्लांट लगाए गए है। इसमें से एक बड़ा 1000 एलपीएम और दूसरा छोटा 800 एलपीएम कैपेसिटी का है। प्लांट के जरिए दोनों भवनों में 100-100 बेड तक ऑक्सीजन की सप्लाई की जाएगी। प्लांट से लगभग 300 सिलेंडर ऑक्सीजन का उत्पादन किया जाएगा। प्लांट लगने से अस्पताल में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं रहेगी। इसके बाद जिला अस्पताल प्रबंधन को ऑक्सीजन खरीदने के लिए एजेंसी पर निर्भर नहीं होना पड़ेगा। बता दें कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन का संकट खड़ा हो गया था, जिससे मरीजों को समय पर ऑक्सीजन नहीं मिलने के कारण काफी परेशानी हुई थी। मांग बढ़ने पर ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मंगवाने पड़े थे। भविष्य में ऐसी दिक्कत न हो ऑक्सीजन प्लांट लगाया गया है।

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