फोटो: वार्डों में सप्लाई के लिए स्टेशन रोड स्थित टांकाघर से टैंकर में जल भरा जाता है।
एक्स रिपोर्टर न्यूज। राजनांदगांव
बढ़ती गर्मी के साथ ही शहर में पेयजल संकट गहराने लगा है। सर्वाधिक किल्लत श्रमिक बाहुल वार्डों में देखी जा रही है। यह हालात नगर निगम प्रशासन के पर्याप्त पेयजल व्यवस्था की दावों की पोल खोल रहा है, जिन दावों पर से अफसर वाहवाही लूटते नहीं थकते। हर बार संपूर्ण शहरी इलाकों को टैंकर मुक्त करने की बात कही जाती है, लेकिन हकीकत इससे कोसो दूर ही रहती है। सीधे कहे तो करोड़ों रुपए का अमृत प्रोजेक्ट अभी भी धरातल से अछूता है। इसकी सबसे बड़ी वजह है पाइप लाइन का अधूरा विस्तारीकरण। नतीजतन रोजाना वार्डों में 80 हजार लीटर से ज्यादा पेयजल की सप्लाई टैंकरों के मार्फत की जा रही है।
इधर निगम आयुक्त ने ली जल विभाग के अधिकारियों की बैठक
नगर निगम आयुक्त डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी ने गुरुवार को नगर निगम के वी.सी. रूम में जल विभाग की तकनीकी अधिकारियो एवं अमृत मिशन के अधिकारी व ठेकेदारों की आपात बैठक लेकर पेयजल शिकायत वाले क्षेत्रों में व्यवस्था दुरूस्त करने तथा अमृत मिशन के कार्यो को अतिशीघ्र पूर्ण करने के कड़े निर्देश दिये एवं पर्याप्त पानी नहीं आने की शिकायत पर स्थल पर पहुॅच समस्या का त्वरित निराकरण करने के निर्देश तकनीकी अधिकारियों को दिये।
इन इलाकों में सर्वाधिक दिक्कत
आयुक्त डॉ. चतुर्वेदी ने बैठक में कहा कि लालबाग सिंधी कालोनी, लखोली राहुल नगर, कौरिनभाठा सतनामी पारा क्षेत्र में पर्याप्त पानी नही आने की शिकायत प्राप्त हो रही है। इसके अलावा शहर के अन्य क्षेत्रों में भी पेयजल संबंधी शिकायत प्राप्त हुई है। उन्होंने कहा कि निगम के तकनीकि अधिकारी एवं अमृत मिशन के अधिकारी व ठेकेदार उपरोक्त क्षेत्रों के अलावा शहर के अन्य क्षेत्रों का निरीक्षण कर पेयजल संकट दूर करने तत्काल कार्य कराये, ताकि ग्रीष्म ऋतु में पेयजल संकट का सामना न करना पड़े। उन्होंने कहा कि पेयजल जैसे अति आवश्यक सेवा में लापरवाही बर्दास्त नहीं की जायेगी। किसी भी क्षेत्र से शिकायत प्राप्त होने पर तत्काल निराकरण किया जावे।
अमृत मिशन कार्य में तेजी लाने निर्देश
आयुक्त डॉ. चतुर्वेदी ने कहा कि अमृत मिशन के शेष कार्यो में तेजी लाकर कार्य अविलंब पूर्ण किया जावे, साथ ही जिन क्षेत्रों में कार्य चल रहा है वहॉ इस बात का ध्यान रखा जाये कि पेयजल व्यवस्था प्रभावित न हो, क्योकि ग्रीष्म ऋतु में पानी की ज्यादा आवश्यकता होती है। उन्होेंने कहा कि सभी तकनीकि अधिकारी अपने अपने प्रभारित वार्ड में पेयजल व्यवस्था की सतत मानिटरिंग करे और किसी भी प्रकार की शिकायत का त्वरित निराकरण करें।
मौके पर पहुंचकर अधिकारियों को दिए निर्देश
सिंधी कालोनी में पेयजल संबंधित शिकायत पर स्थल में पहुॅचकर तकनीकि अधिकारियों को व्यवस्था दुरूस्त करने के निर्देश दिये और कहा कि श्रमिक बाहुल्य क्षेत्रों से भी पेयजल संकट की शिकायत प्राप्त हो रही है। जिसका भी निराकरण किया जाये, साथ ही जिन पार्षदों, जनप्रतिनिधियों या नागरिकों द्वारा पानी संकट की शिकायत प्राप्त होती है, उसका त्वरित निराकरण किया जावे। इसके अलावा मरम्मत संबंधी सभी आवश्यक समाग्री की उपलब्धता सुनिश्चित किया जावे और शिकायत पर तत्काल मरम्मत किया जावे, ताकि ग्रीष्म ऋतु में पेयजल संकट न हो।
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