Rajnandgaon. पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह के निर्देशन में, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (आईयूसीएडब्ल्यू) श्रीमती सुरेशा चौबे के मार्गदर्शन में, उप पुलिस अधीक्षक (आईयूसीएडब्ल्यू) श्रीमती नेहा वर्मा एवं प्रभारी महिला प्रकोष्ट निरीक्षक सतरूपा तारम के नेतृत्व में महिला प्रकोष्ठ में पदस्थ स्टाप 02 सहायक उप निरीक्षक 02 म.प्र.आर. और 04 म.आरक्षक और इनके साथ ए.जी.ओ. के महिला सदस्यगण और प्रतिष्ठित महिला नागरिकों का सहयोग लेकर उनके समक्ष पति-पत्नी व रिस्तेदारों के बीच विवादों को काउंसिलिंग के माध्यम से समझा-बुझा कर प्रकरणों का निराकरण किया जाता है। इसी प्रकार माह मार्च में महिला प्रकोष्ठ में 35 शिकायत आवेदन का निराकरण किया गया जिसमें से 25 आवेदनों में पति पत्नी को काउंसिलिंग के माध्य से समझौता कराया गया जिससे बिखरते परिवार को टुटने से बचाया गया है। 02 प्रकरण में न्यायालय जाने हेतु फैना दिया गया, 05 प्रकरणों में अन्य कारणों से काउंसिलिंग नहीं चाहने पर मामला फाईल किया गया और 04 प्रकरण जिसमें दोनों पक्षों को पूरी टीम के द्वारा काउंसिलिंग करने पर भी समझौता नहीं होने पर संबंधित थाने में अपराध पंजीबद्ध करने हेतु पत्राचार किया गया। इस प्रकार काउंसिलिंग कर सामाजिक जीवन अच्छे से जीने व शांतिपूर्वक परिवार में एकजुट रहने एक दूसरे का सम्मान करने हेतु समझाईश देकर राजनांदगांव पुलिस परिवार टूटने से बचाने में समाजिक योगदान कर रही है।
केस-01
महिला प्रकोष्ठ के शिकायत क्रमांक7137/22 की आवेदिका की शादी सन् 2012 में हुई थी। इनके दो बच्चे है तथा अपने पति के मारपीट, लड़ाई झगड़े एवं अप्राकृतिक रूप से शारीरिक संबंध बनाने को लेकर शारीरिक व मानसिक रूप से परेशान होकर अपने पति से अलग होना चाहती थी। आवेदिका को उसकी सहमति से महिला प्रकोष्ठ में पदस्थ महिला स्टाफ के घर लगभग 08 दिन तक रखकर खाना पीना कपड़े आदि दिया गया व आवेदिका के पति व परिवार वालो को उचित समझाईस दिया गया। काउंसिलिंग से संतुष्ट होकर आवेदिका वर्तमान में अपने पति व बच्चो के साथ ससुराल में खुश है।
केस-02
शिकायत क्रमांक-41/22 के आवेदक अपनी पत्नि के व्यवहार से मानसिक रूप से परेशान था क्योंकि अनावेदिका किसी अन्य लड़के से मोबाईल पर हमेशा बातचीत करती थी और आवेदक के पूछने पर आत्महत्या करने की धमकी देकर मल्टी विटामिन का सिरप पी ली थी और एक बार अपने हाथ का नश काट ली थी। अनावेदिका गुटका व अन्य नशीली चीजों का सेवन करती थी। दोनो पक्षों को काउंसिलिंग के माध्यम से उचित समझाईस दिया गया। वर्तमान में दोनों पति पत्नि खुश है और एक साथ रहतें हैं तथा महिला प्रकोष्ठ के काउंसिलिंग से संतुष्ट है।
केस-03
शिकायत क्रमांक-64/22 के आवेदिका की शादी सन् 2015 में हुई थी। इनके तीन बच्चे है। आवेदिका अपने पति के शराब पीकर मारपीट करने और घर का सामान, चावल आदि बेच देने से परेशान होकर अनावेदक पति के साथ नही रहने के संबंध में शिकायत आवेदन दी थी। आवेदिका और अनावेदक को लगातार चार बार महिला प्रकोष्ठ बुलाकर काउंसिलिंग कराया गया। वर्तमान में दिनांक 26.02.2022 से आवेदिका अपने पति व बच्चो के साथ रहकर खुशहाल जीवन बिता रही है। आवेदिका राजनांदगांव पुलिस के काउंसिलिंग से संतुष्ट है।
