विश्व ऑटिज्म जागरूकता दिवस पर विभिन्न खेलों का आयोजन
- कहीं न कहीं भविष्य में उन्हें आगे आने वाले समय में स्थायी लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करेगा
कलर कॉम्पीटिशन के विजेता यमन और श्रीधर, रिंग गेम चिमन और आशीष, बॉल पासिंग के विजेता द्रोण एवं डे अरेंज के विजेता श्रीकांत अय्यर विद्यालय के विजेता रहे।
राजनांदगांव। कॉन्फ्लूएंस कॉलेज ऑफ हायर एजुकेशन, राजनांदगांव द्वारा विश्व ऑटिज्म जागरूकता दिवस पर शिक्षा विभाग एवं आई.क्यू.ए.सी. के संयुक्त तत्वाधान में दिव्यांग बच्चो के लिए विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। मनोकामना मनोविकास शाला राजनांदगांव एन.जी.ओ. मनोकामना सेवा समिति द्वारा संचालित दिव्यांग शाला है जहां विद्यार्थियों को ऐसा प्रशिक्षण दिया जाता है जिससे वो अपनी देखभाल स्वयं कर सके।
कार्यक्रम प्रभारी सहायक प्राध्यापक शिक्षा विजय मानिकपुरी ने उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इस कार्यक्रम को कराने का उद्देश्य लोगों को इस स्थिति के बारे में जागरूक करना है। ऑटिज्म न्यूरोलॉजिकल स्थिति है जो बचपन में शुरू होती है। इसका प्रभाव उनकी शिक्षा और विकास पर पड़ता हैं। विद्यार्थियों को इस स्कूल में भ्रमण कराने से उन्हें भी इसके बारें में जानकारी प्राप्त हो और वह ऐसे बच्चों को मुख्य धारा में शामिल करके उनका विकास में भागीदारी बन सके एवं उनके द्वारा खिलाए गए विभिन्न खेलों में उन्होनें पुरस्कार भी जीता जिससे वो प्रोत्साहित हुए।
महाविद्यालय के डायरेक्टर संजय अग्रवाल ने कहा कि इस कार्यक्रम का प्रभाव कहीं न कहीं भविष्य में उन्हे आगे आने वाले समय में स्थायी लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करेगा।
प्राचार्य डॉ. रचना पाण्डेय ने कहा कि ऐसे बच्चों का विकास समान्य बच्चों की तुलना में बहुत अलग होता और उनका व्यवहार भी बहुत अलग होता है अगर हम बचपन से ही उनकी क्रियाविधि पर ध्यान दे और जागरूक रहे तो कहीं ना कहीं इस बिमारी को कम किया जा सकता है।
कार्यक्रम में महाविद्यालय के सभी प्राध्यापक एवं विद्यार्थि उपस्थित थे अवलोकन के दौरान विद्यार्थियों की समाजिक, आर्थिक एवं व्यवहारिक दिनचर्या के बारे में जानकारी प्राप्त किया और उन बच्चों के लिए कलर कॉम्पीटीशन इन रो, रिंग गेम, बॉल पासिंग एवं डे अरेंज जैसे विभिन्न खेलों का आयोजन किया।
कलर कॉम्पीटिशन के विजेता यमन और श्रीधर, रिंग गेम चिमन और आशीष, बॉल पासिंग के विजेता द्रोण एवं डे अरेंज के विजेता श्रीकांत अय्यर विद्यालय के विजेता रहे। विजेताओं को महाविद्यालय के तरफ से पुरस्कृत किया गया।

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