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फोटो: मदर एंड चाइल्ड केयर यूनिट में सर्वाधिक प्रसव कराएं जा रहे है, ऐसे मेें जिला अस्पताल में सोनोग्राफी मशीन के संचालन की व्यवस्था बनाने की जरुरत है।

एक्स रिपोर्टर न्यूज। राजनांदगांव

जिला अस्पताल की सिटी स्कैन मशीन जल्द ठीक हो जाएगी। तकनीकी खराबी के कारण बिगड़े कुछ पार्ट्स को हैदराबाद से मंगाया जा रहा है। प्रबंधन ने गारंटी दी है कि आने वाले बुधवार तक मशीन ठीक हो जाएगी। लेकिन यहां पर बड़ा सवाल यह है कि मशीन ठीक भी हो जाए फिर भी अस्पताल प्रबंधन रेडियोलॉजिस्ट की कमी को कैसे दूर करेगा? उच्च अधिकारियों से पत्राचार करने से ये मसला तत्काल सुलझने वाला नहीं है। इसका जवाब एक ही है वर्तमान में पेंड्री मेडिकल कॉलेज में कार्यरत तीन रेडियोलॉजिस्ट में से एक को व्यवस्था बनने तक जिला अस्पताल में ही अस्थायी रूप से अटैच रखा जाए। इस पहल से सिटी स्कैन के साथ सोनोग्राफी का भी बिना किसी रुकावट के नियमित रूप से संचालन किया जा सकता है।

इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है कि शिफ्टिंग के बाद से मेडिकल कॉलेज के रेडियोलॉजिस्ट द्वारा सेवाएं देने की वजह से जिला अस्पताल में सिटी स्कैन का संचालन किया जाता रहा है। लेकिन सोनोग्राफी मशीन के संचालन के लिए रेडियोलॉजिस्ट की कमी अब भी बरकरार है। दोनों मशीनों का नियमित संचालन हो, इसके लिए रेडियोलॉजिस्ट की व्यवस्था करने को लेकर गंभीरता से विचार करने की जरुरत है।

शिफ्टिंग के दौरान कुछ डॉक्टरों का डीएचएस से डीएमई में हुआ ट्रांसफर

ऐसा नहीं है कि जिला अस्पताल शुरुआत से ही रेडियोलॉजिस्ट की कमी से जूझ रहा है। बसंतपुर जिला अस्पताल भवन में जब मेडिकल कॉलेज अस्पताल का संचालन किया जा रहा था। उस दौरान डीएचएस (डॉयरेक्ट्रेड ऑफ हेल्थ एंड फैमली वेलफेयर) के एक्सपर्ट डॉक्टर ही सिटी स्कैन, सोनोग्राफी का कमांड संभाल रहे थे। मेडिकल कॉलेज के पेंड्री में शिफ्ट होने के साथ ही कुछ डॉक्टरों का तबादला डीएचएस से डीएमई (डॉयरेक्ट्रेड ऑफ मेडिकल एजुकेशन) में कर दिया गया। इस व्यवस्था से जिला अस्पताल में रेडियोलॉजिस्ट की कमी हो गई। यदि अफसर चाहे तो इस व्यवस्था में दोबारा बदलाव किया जा सकता है।

गाईनोकोलॉजी डिपार्टमेंट का भी यही हाल

प्रबंधनीय अधिकारियों के दावे के मुताबिक महीने में सर्वाधिक प्रसव केसेस का निराकरण जिला अस्पताल परिसर में स्थित मदर एंड चाइल्ड केयर यूनिट में किया जा रहा है। जबकि यहां का गाईनोकोलॉजी डिपार्टमेंट सिर्फ एक डॉक्टर के भरोसे चल रहा है। यदि मेडिकल कॉलेज अस्पताल के एक दो डॉक्टरों को यहां अटैच कर दिया जाए तो यहां की व्यवस्था और अधिक बेहतर हो सकती है। इस तरह के तालमेल से मेडिकल कॉलेज अस्पताल और जिला अस्पताल दोनों का संचालन अच्छे ढंग से किया जा सकता है।

विचार अच्छा है, इस संबंध में उच्च अधिकारियों से चर्चा की जाएगी: सीएमएचओ

सीएमएचओ डॉ. मिथलेश चौधरी ने कहा कि हां जिला अस्पताल में रेडियोलॉजिस्ट की जरुरत है। इसके लिए संचालनालय में पत्राचार भी किया जा चुका है। आपका विचार भी सहीं है, मेडिकल कॉलेज अस्पताल के डॉक्टरों को जिला अस्पताल में सेवा देने के लिए अस्थायी व्यवस्था बनाई जा सकती है। इस संबंध में उच्च अधिकारियों से चर्चा की जाएगी।

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By Karnkant Shrivastava

B.J.M.C. Chief Editor Mo. No. 9752886730

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