एक्स रिपोर्टर न्यूज। राजनांदगांव
मेडिकल कॉलेज अस्पताल की तर्ज पर जिला अस्पताल परिसर में भी जल्द ही ऑक्सीजन प्लांट लगाया जाएगा। प्लांट लगाने के लिए सिविल वर्क लगभग पूरा किया जा चुका है। प्लांट लगने के बाद आने वाले समय में अस्पताल परिसर में लगभग 300 सिलेंडर ऑक्सीजन का उत्पादन किया जाएगा। प्लांट लगने से अस्पताल में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं रहेगी। इसके बाद जिला अस्पताल प्रबंधन को ऑक्सीजन खरीदने के लिए एजेंसी पर निर्भर नहीं होना पड़ेगा। यही नहीं सेंट्रल पाइप लाइन सप्लाई चैन के जरिए मरीजों को बेड तक प्राण रक्षक वायु पहुंचाई जाएगी।
जिला अस्पताल प्रबंधन से मिली जानकारी अनुसार अस्पताल परिसर में दो ऑक्सीजन प्लांट लगाएं जाएंगे। इसमें से एक बड़ा 1000 एलपीएम और दूसरा छोटा 800 एलपीएम कैपेसिटी का रहेगा। प्लांट लगाने के लिए सिविल वर्क लगभग पूर्ण किया जा चुका है। अस्पताल के वार्डों तक पाइप लाइन का विस्तार भी जल्द किया जाएगा। मदर एंड चाइल्ड केयर यूनिट में पहले से ही ऑक्सीजन सप्लाई पाइप लाइन मौजूद है, जबकि जिला अस्पताल के मेन भवन में पाइप लाइन का विस्तार किया जाएगा। दोनों भवनों में 100-100 बेड तक ऑक्सीजन की सप्लाई की जाएगी। प्लांट के लिए पॉवर स्टेशन भी तैयार किया जाना है। बिजली की व्यवस्था होने के बाद मशीनों को फीट किया जाएगा।
बैंक और एनजीओ कर रही मशीन का डोनेशन
अफसरों के मुताबिक राष्ट्रीयकृत बैंक और एनजीओ द्वारा ऑक्सीजन प्लांट की मशीनों को डोनेट किया जा रहा है। सिविल वर्क जिला प्रशासन करा रही है। सिविल वर्क का ठेका लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) को दिया गया है। ऑक्सीजन प्लांट के लिए दो बिजली ट्रांसफार्मर लगाने पड़ेगे, जिसके लिए बिजली कंपनी की ओर से कार्रवाई की जा रही है।
सिलेंडर को लाने लेजाने से मिलेगी मुक्ति
ऑक्सीजन प्लांट और सेंट्रल सप्लाई चैन बन जाने से वार्डों तक ऑक्सीजन सिलेंडर को लाने लेजाने से मुक्ति मिल जाएगी। बता दें कि ऑक्सीजन सिलेंडर कॉफी भारी होते है, जिन्हें लाने लेजाने में काफी परेशानी होती है। कई बार इमरजेंसी में सिलेंडर को लाने में काफी समय जाया हो जाता है। सेंट्रल ऑक्सीजन की सप्लाई चैन जिला अस्पताल भवन में विस्तारित की जाएगी।
रोजाना 300 मरीजों की है ओपीडी
गौरतलब है कि मेडिकल कॉलेज अस्पताल के पेंड्री में शिफ्ट हो जाने के बाद भी जिला अस्पताल में मरीजों की संख्या घटी नहीं है। अफसरों की माने तो रोजाना 300 मरीज ओपीडी में पहुंच रहे है। इसके अलावा सर्वाधिक प्रसव मदर एंड चाइल्ड केयर यूनिट में किए जा रहे है। ऑक्सीजन प्लांट डेवलप होने से मरीजों को बेहतर सुविधा मिलेगी।
दूसरी लहर में ऑक्सीजन संकट से जूझे थे मरीज
गौरतलब है कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन का संकट खड़ा हो गया था, जिससे मरीजों को समय पर ऑक्सीजन नहीं मिलने के कारण काफी परेशानी हुई थी। मांग बढ़ने पर ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मंगवाने पड़े थे। भविष्य में ऐसी दिक्कत न हो ऑक्सीजन प्लांट लगाया जा रहा है।
फरवरी लास्ट तक काम पूरा जाएगा: सीएमएचओ
सीएमएचओ डॉ. मिथलेश चौधरी ने बताया कि एचडीएफसी बैंक और पाथ एनजीओ की ओर से दो ऑक्सीजन प्लांट दिए जा रहे है। जिसको लगाने के लिए सिविल वर्क पूरा किया जा चुका है। फरवरी अंत तक काम पूरा कर लिया जाएगा।
मरीजों को बेहतर सुविधा मिलेगी: सिविल सर्जन
जिला अस्पताल के सिविल सर्जन केके जैन ने बताया कि ऑक्सीजन प्लांट का कार्य जल्द पूर्ण किया जाएगा। कार्य प्रगति पर है, सिविल वर्क लगभग पूरा हो चुका है। सप्लाई चैन के लिए पाइप लाइन का विस्तार किया जाएगा। आने वाले समय में बेड तक मरीजों को ऑक्सीजन की सुविधा मिलेगी।
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