छुरिया से सूरज लहरे की रिपोर्ट
छुरिया – ब्लाक मुख्यालय छुरिया से लगे वनांचल ग्राम बिजेपार स्कूल की तस्वीर बदलने में यहां के शिक्षकों का सराहनीय प्रयास रहा है। शिक्षण अधिनियम TLM शाला में नित नए नए प्रयोग होते हैं जिसमे प्रधान पाठक गिरधारी सहारे द्वारा विभिन्न प्रकार के मॉडल बनाकर अध्यापन कराया जाता है। साथ ही शाला के बाहरी दीवारों पर आकर्षक प्रिंट रिच कराया गया है जिससे बच्चों को सीखने में काफी मदद होती है। वहीं शिक्षक फगवा राम सिन्हा गीत कविता व नवाचार से शिक्षण कराते हैं तो जागेश्वर साहू खेल खेल में बच्चों को शिक्षा देते हैं। इसी कारण यहां के प्रभारी प्रधानपाठक गिरधारी सहारे मुख्यमंत्री गौरव अलंकरण 2019 से सम्मानित भी हुए हैं। कोरोना महामारी और लॉकडाउन के समय भी यहाँ की पढ़ाई बिल्कुल भी प्रभावित नही हुआ था। गांव के युवा और युवतियों के सहयोग से शैक्षणिक कार्य प्रारंभ था। यहीं नही बिजेपार के शिक्षकों का व्यवहार पूरे गाँव को एक परिवार के रूप में जोड़ चुका है। जिसके कारण वहां के बच्चे हर क्षेत्र में दक्ष हैं।
बिजेपार स्कूल के बच्चे प्रतियोगी परीक्षाओं में हर साल लिखते हैं नया आयाम
वातावरण कैसा भी हो लेकिन ग्रामवासियों का सहयोग और शिक्षकों के मेहनत के कारण आज बिजेपार की स्कूल विकास की एक नई पहचान बना रही है। पिछले कुछ वर्षों का इतिहास हम आज भी नही भूल पाएं हैं जहाँ लोग इस क्षेत्र में जाने से डरते थे। क्योंकि यह क्षेत्र नक्सलियों का गढ़ माना जाता था। बहुत सारी वारदातें देखने और सुनने को मिलती थी। लेकिन आज यहाँ की तश्वीरें बिल्कुल अलग है। यहाँ के बच्चे प्रत्येक वर्ष प्रतियोगी परीक्षा पास करके उत्कृष्ट विद्यालय जैसे जवाहर नवोदय, एकलव्य में प्रवेश पाते हैं। और समय समय पर होने वाली विभागीय प्रतियोगिता में यहाँ के बच्चे जिला स्तर पर प्रतिनिधित्व करते हैं। शिक्षकों के मेहनत और लगन के कारण पहली व दूसरी कक्षा के बच्चे 1 से 100 तक सीधी व उल्टी गिनती, और 2 से 10 तक पहाड़ा आसानी से बोल पातें हैं। साथ ही स्कूल परिसर की सुंदरता क्षेत्र के स्कूलों से बेहतर है।
