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राजनांदगांव। स्वास्थ्य विभाग की अनदेखी और निष्क्रियता की वजह से शहर सहित जिले में संचालित प्राइवेट अस्पतालों और डायग्नोस्टिक सेंटर की मनमानी चरम पर है। स्मार्ट कार्ड के तय पैकेज मैं इलाज करने के साथ ही निजी अस्पताल मरीज व उनके परिजनों से खुलेआम अतिरिक्त रकम की वसूली कर रहे हैं। वहीं डायग्नोस्टिक सेंटर में जांच के नाम पर मनमाने फीस वसूली जा रही है।
इन सभी मामलों में कार्रवाई करने के बजाए स्वास्थ्य विभाग मूकदर्शक बना बैठा है। हाल ये है कि स्वास्थ्य विभाग अपने द्वारा जारी किए गए सर्कुलर को डेढ़ महीने बाद भी फॉलो नहीं करा पाया है। इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि विभागीय अफसर कितने निष्क्रिय हैं। बता दें कि बीते दिसंबर 2022 की शुरुआत में स्वास्थ्य विभाग की ओर से सभी निजी अस्पतालों को सर्कुलर जारी कर स्मार्ट कार्ड से इलाज सुविधा का बेहतर क्रियान्वयन करने के निर्देश दिए गए थे।
सर्कुलर के मुताबिक योजना के तहत चिन्हित सभी निजी अस्पतालों को अस्पताल के प्रवेश द्वार में ही योजना से संबंधित सभी दिशा निर्देश, कौन-कौन सी बीमारियों का इलाज हो सकता है और उनके पैकेज की जानकारी से संबंधित बोर्ड लगाने को कहा गया है।
साथ ही स्मार्ट कार्ड पैकेज के साथ अन्य किसी भी प्रकार का अतिरिक्त शुल्क नहीं लेने की हिदायत दी गई। स्मार्ट कार्ड के तहत भर्ती मरीजों को निशुल्क भोजन के साथ ही डिस्चार्ज होने पर निशुल्क दवाइयां देने की भी जानकारी दी गई। ऐसा नहीं करने पर संबंधित अस्पताल के खिलाफ पंजीयन निरस्त करने और प्रबंधन के विरुद्ध कार्रवाई करने की चेतावनी दी गई। इसके बावजूद किसी भी अस्पताल में इस सर्कुलर का पालन नहीं किया जा रहा है। सीधे कहे तो अफसर अपने ही द्वारा जारी किए गए आदेश को फॉलो करवाने में नाकाम रहे हैं।
श्री कृष्णा हॉस्पिटल और पारस डायग्नोस्टिक सेंटर के मामले की जांच के लिए टीम गठित, सीएमएचओ ने कहा-जल्द की जाएगी कार्रवाई
स्मार्ट कार्ड के पैकेज के अलावा अतिरिक्त रुपए वसूलने के मामले में श्री कृष्णा हॉस्पिटल और गलत सोनोग्राफी रिपोर्ट देने के मामले में पारस डायग्नोस्टिक सेंटर के खिलाफ जल्द कार्रवाई की जा सकती है। पीड़ित परिजनों से लिखित शिकायत मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने मामले की जांच के लिए टीम का गठन कर लिया है। सीएमएचओ डॉ. एसके बंसोड़ ने साफ किया है कि जांच में आरोप सिद्ध होने पर संबंधित संस्थाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
