कृषि महाविद्यालय मे किसानों को मशरुम उत्पादन करने निःशुल्क प्रशिक्षण बताए खेती करने के तकनीक
बेमेतरा 08 अक्टूबर 2021-अखिल भारतीय समन्वित मशरुम अनुसंधान परियोजना, पादप रोग विज्ञान विभाग इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर छ.ग. के संयुक्त तत्वाधान मे कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र ढोलिया बेमेतरा मे चार दिवसीय ऑयस्टर मशरूम उत्पादन तकनीकी पर निःशुल्क प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन 04 से 07 अक्टूबर तक सफलतापूर्वक किया गया। इस कार्यक्रम मे ग्राम मुठपुरी, बैजी, गडुवा, ढोलिया, साजा, नांदघाट, बेमेतरा, दामापुर, खपरी, धोबघट्टी आदि ग्राम से 116 किसानों को प्रशिक्षण दिया गया। जिसमें महिलाओं ने बड़ी संख्या मे हिस्सा लिया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. सी.एस.शुक्ला ने किया। मुख्य अतिथि के रुप मे सजेन्द्र वर्मा एवं चंद्रशेखर पटेल उपस्थित थे। इसके अलावा डॉ. के.पी. वर्मा अधिष्ठाता कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र ढोलिया बेमेतरा डॉ.एच.के.सिंह वैज्ञानिक (मशरुम) एवं अन्य कर्मचारीगण शमिल थे।
प्रशिक्षण केन्द्र मे खेती के साथ अतिरिक्त आय के लिए मशरुम उत्पादन एक अच्छा साधन है। जो सीमित, कम जगह तथा कम समय की उपलब्धता मे भी किया जा सकता है। मशरुम उत्पादन कर मशरुम तथा उससे बनने वाला उत्पाद जैसे-अचार, बड़ी, पापड़, बिस्किट, केक, सलौनी, मुरकू, मशरुम पुलाव, सैंडविच, बर्गर, मशरुम उपमा, सब्जी, मशरुम ऑमलेट, पकौड़ा, मशरुम चिल्ली, मशरुम प्रोटिन पाउडर आदि बनाकर बजार मे बेच कर महिलाएं आत्मनिर्भर बन सकती है। मशरुम तथा इससे बने उत्पाद स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होते है। प्रशिक्षण मे उपस्थित किसानों एवं ग्रामीणों को प्रमाण पत्र के साथ मशरुम बीज (स्पॉन) तथा अन्य आवश्यक सामग्री का वितरण किया गया।
