एक्स रिपोर्टर न्यूज़ । राजनांदगांव
स्वास्थ्य विभाग में वर्षों से नियम विपरीत कार्यों को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसमें से एक मामला है आउटसोर्सिंग वाहनों का। सरकारी कार्यों के लिए विभाग में लंबे समय से आउटसोर्सिंग वाहनों का इस्तेमाल किया जा रहा है, नियम विपरीत आउटसोर्सिंग वाहनों के इस्तेमाल में सीएमएचओ डॉ. एनआर नवरतन और DPM संदीप ताम्रकार बुरी तरह फंस चुके है। यही वजह है कि शिकायत करने के महीनों बाद भी मामले कार्रवाई नहीं की जा रही है।
इस मामले की पड़ताल के दौरान डीपीएम द्वारा दुर्ग पासिंग वाहन के इस्तेमाल की जानकारी उजागर हुई। नियम विपरीत आउटसोर्सिंग वाहनों के इस्तेमाल मामले की शिकायत को दबाने के एवज में अफसर ने दुर्ग पासिंग वाहन का लोकल ट्रेवल्स फर्म से बिल बनवा लिया और अपनी इसी चालाकी में वे फंस गए। अब यह मामला अधिकारियों के लिए गले में फंसी हड्डी की तरह हो चुका है जिसे न निगलते बन रहा है और न ही उगलते। इस मामले को लेकर बड़ा सवाल यह है कि आखिर विभागीय अधिकारियों को इस तरह मनमानी करने की आजादी किसने दे रखी है। यदि ऐसा कुछ नहीं है तो फिर जिला प्रशासन प्रशासनिक व्यवस्था दुरुस्त करने के नाम पर कर क्या रही है…?


