✍🏻 लाला कर्णकान्त श्रीवास्तव
एक्स रिपोर्टर न्यूज़ । राजनांदगांव
सरकारी कार्यों और दौरों के लिए दूसरे जिले का वाहन उपयोग कर नेशनल हेल्थ मिशन (NHM) के राजनांदगांव जिला प्रोग्राम मैनेजर (DPM) संदीप ताम्रकार बुरी तरह फंस चुके है। एक्स रिपोर्टर की पड़ताल और सूचना का अधिकार के तहत मिले सबूतों के साथ मामले की शिकायत सीएमएचओ डॉ. एनआर नवरतन से की जा चुकी है। इसके बाद भी सीएमएचओ कार्रवाई करना छोड़ मामले को दबाने में लगे हुए हैं।
तबादला के बाद राजनांदगांव पहुंचे DPM अपने साथ दुर्ग पासिंग गाड़ी ले आए और इसे सरकारी कार्यों में बेधड़क उपयोग करने लगे। जबकि राजनांदगांव स्वास्थ्य विभाग में पहले से ही आउटसोर्सिंग वाहनों की व्यवस्था है। जब पड़ताल की गई तो पता चला कि वाहन दुर्ग निवासी व्यक्ति के नाम पर रजिस्टर्ड है। वहीं वाहन पर चिपका फास्टैग का पंजीयन DPM के नाम पर था। DPM महीनों इस वाहन का उपयोग करते रहे और बिल राजनांदगांव के ट्रांसपोर्ट फर्म के नाम से बनवा लिया। सूचना का अधिकार में मिले दस्तावेजों से इस तथ्य की पुष्टि होने के बाद मामले की शिकायत CMHO नवरतन से की गई। पहले तो वे बेबुनियाद नियमों का हवाला देकर मामले को टालने का प्रयास करते रहे फिर जब सबूतों के साथ मामले की लिखित शिकायत की गई तो उन्होंने चुप्पी साध ली और अब कार्रवाई करने के बजाय मामले को दबाने की कोशिश में लगे हुए है। जबकि मामला गंभीर है। इससे साफ पता चलता है कि शासन-प्रशासन के नाक के नीचे राजनांदगांव स्वास्थ्य विभाग में अफसरों की मनमानी किस तरह हावी है। सांठगांठ कर नियम विरुद्ध कार्यों को किस तरह अंजाम दिया जा रहा है। यदि समय रहते इनपर कार्रवाई नहीं हुई तो इनके हौसले और बुलंद हो जाएंगे।
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