भिलाई। दुर्ग जिले के बोड़ेगांव के उच्चतम माध्यमिक स्कूल में श्री शंकराचार्य प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी और श्री शंकराचार्य कॉलेज एवं फर्मस्युटिकल साइंसेज द्वारा चल रहे सात दिवसीय एनएसएस कैंप के प्रोग्राम ऑफिसर डॉ. रवींद्र कुमार यादव एवं योगेंद्र कुमार सिंह के आमंत्रण पर एसएसपीयू के कुलपति प्रो. सदानंद शाही ने राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों के बीच जाकर उनकी हौसला अफजाई की और राष्ट्र सेवा करने के लिए छात्रों को प्रेरित किया। साथ ही छात्रों को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि अगर वास्तव में भारत को समझना है तो हमें किताबों के पाठ्यक्रम के अलावा भारत के गांवों में जाना होगा। इस अवसर पर उन्होंने एनएसएस के उद्देश्य को स्पष्ट करते हुए कहा कि एनएसएस समाज कल्याण और आपसी बंधुता को बढ़ावा देने में राष्ट्र स्तर पर एक अनूठी पहल कर रहा है।
प्रो. शाही ने युवाओं के जज्बे को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि युवा ही इस देश का भविष्य हैं और उनको ही इस देश को आगे लेकर जाना है। इसलिए आपकी भूमिका सर्वोपरि है, जो आपके समावेशी विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकती है। अगर एनएसएस के स्वयंसेवक अपने आसपास के लोगों को जरा भी जागरूक करने में सफल हो पाते है, तो यह उनके लिए एक बड़ी उपलब्धि होगी। इसके बाद एनएसएस स्वयंसेवकों द्वारा एक नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया, जिसके माध्यम से यह बताने की कोशिश की गई कि कैसे हमारा समाज मोबाइल तकनीकी का शिकार दिन प्रतिदिन होता जा रहा है और वह अपनों को भूलकर कैसे एक आभासी दुनिया को अपना मानता चला जा रहा है। यानी मोबाइल तकनीक के आने से पहले हमारा समाज कितना एकजुट हुआ करता था और अब वह अपनों से कितना दूर है। इसी क्रम में प्रो. शाही ने एनएसएस कैंप में स्वयंसेवकों की उपस्थिति में स्कूल परिसर में साफ सफाई और वृक्षारोपण करके यह संदेश देने की कोशिश की कि हम जितना पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देंगे हमारी प्रकृति भी उतना ही सुरक्षित होगी। इस अवसर पर पत्रकारिता एवम जनसंचार विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. ललित कुमार और फार्मेसी विभाग की सहायक प्रो. रश्मि ठाकुर उपस्थित रही।

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