- विषय से जुड़े प्रशिक्षित पत्रकार का होना महत्वपूर्ण है: प्राचार्य डॉ.के.एल.टांडेकर
राजनांदगांव। शासकीय दिग्विजय स्वशासी स्नातकोत्तर महाविद्यालय, राजनांदगांव में प्राचार्य डॉ.के.एल.टांडेकर के मार्गदर्शन एवं पत्रकारिता विभागाध्यक्ष डॉ.बी.एन.जागृत के नेतृत्व में पत्रकारिता विभाग द्वारा वैल्यूएडेड कोर्स के अन्तर्गत फोटोग्राफी एवं विडियोग्राफी प्रशिक्षण पाठ्यक्रम कोर्स का शुभारंभ एवं अतिथि व्याख्यान आयोजित की गई। व्याख्यान के मुख्य अतिथि एमिटी विश्वविद्यालय, रायपुर (छ.ग.), सहायक प्राध्यापक श्री बिचित्रानंदा पंडा, उपस्थित थे।
मुख्य अतिथि सम्माननीय प्रो. श्री पंडा ने विद्यार्थियों को डेटा जर्नलिज्म, डेटा वेरीफिकेशन एंड विजुवल वेरीफिकेशन विषय पर संबोधित करते हुए कहा कि फोटोग्राफी के माध्यम से कैसे गलत खबरों को लोगों के पास शेयर कर रहे है इन फोटोग्राफस को इतनी बारीकी से संपादित किया जाता है जिसे समान्य व्यक्ति पहचान नहीं पाता और लोगों के बीच उसे सच मानकर साझा कर देते है। इससे समाज में गलत खबरे फैल जाती है। जिसकी जॉच के लिए गुगल लैंस वीआईडी के आधार पर सत्यापन किया जा सकता है साथ ही भ्रमक जानकारी को रोका जा सकता है।
महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. के. एल. टांडेकर ने पत्रकारिता को अन्य कोर्स से हट कर विशिष्ट बताते हुए कहा कि पत्रकारिता के सभी क्षेत्र में विषय से जुड़े प्रशिक्षित पत्रकार का होना महत्वपूर्ण है। जिससे समाज को सही दिशा मिलती है। उन्होंने विद्यार्थियों से प्रयोगधर्मी बनने का आह्वान किया व विद्यार्थियों को अखबार पढ़ने एवं अभी से समाचार पत्रों में लिखने के लिए भी प्रोत्साहित किया।
पत्रकारिता विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. बी. नंदा जागृत ने कहा कि वर्तमान युग में फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी का महत्व बढ़ गया है पत्रकारिता क साथ – साथ लोग अपने छोटे – बडे़ आयोजनों में इसका उपयोग कर रहे है फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी हमारे दैनिक जीवन का हिस्सा बन गया है।
कार्यक्रम संचालन पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के प्रध्यापक अमितेश सोनकर द्वारा किया। आभार प्रदर्शन कुमारी विभा सिंह ने किया। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में विभाग के व्याख्याता सेऊक दास का योगदान रहा साथ ही विद्यार्थीयों ने अपनी सहभागिता दी।

Sub editor