राजनांदगांव। कन्यादान फाउंडेशन अपनी तीसरी वर्षगाँठ पर 15 राज्यो से चयनित समाजसेवियो को कन्यादान शिरोमणि सम्मान से सम्मानित किया गया। संस्था द्वारा अब तक 67 बहन बेटियो का विवाह कराकर उन्हें रोजगार देकर आत्मनिर्भर बनाया गया। इन चयनित सूची में छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले से कन्यादान फाउंडेशन जिला अध्यक्ष एवं निःस्वार्थ और निःशुल्क समाज सेवा करने वाले एवं दिग्विजय महाविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवी विनोद टेम्बुकर को राष्ट्रीय शिरोमणि सम्मान से सम्मानित किया गया। विनोद लगातर निःस्वार्थ भाव से समाज में नारी सशक्तिकरण, रक्तदान, पर्यावरण सरंक्षण, जागरूकता अभियान, प्लास्टिक रोकथाम जागरूकता, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, महिला उत्थान दिव्यंगो के लिए कार्य स्वच्छ्ता जागरूकता रैली इत्यादि करते रहते है। समाज में लगातार संस्था द्वारा महिला सशक्तिकरण के अंतर्गत स्वयं का सेनिटरी नैपकिन माइसो कन्या के माध्यम से महिलाओ को मासिकधर्म सम्बंधित ग्रामीण एवं आदिवासी क्षेत्रो की महिलाओ को कपड़ा के जगह में सेनिटरी नैपकिन उपयोग करना बताया गया। जिसमे गंभीर बीमारियो से बचा जा सकता है। आज तीसरी वर्षगांठ पर पुरे भारत में पहली बार कार्यरत महिलाओ को मासिक धर्म के समय निःशुल्क 1 से 2 दिन अवकाश उनके बिना वेतन कटे भारत सरकार से मांग की गयी। जिससे कार्य करने करने वाली बहन बेटियो को मजबूती प्रदान होगा। साथ ही स्कूली बच्चों और महिलाओ को आत्म सुरक्षा का निःशुल्क प्रशिक्षण पुरे भारत में देने जा रहा है। कार्यक्रम में संस्था के संस्थापक माननीय ऋषि सरदाना , संस्था के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अवधेश यादव, संस्था के राष्ट्रीय संरक्षक डॉ. नीमा पंत, कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मेजर आशीष चतुर्वेदी जी, इसके साथ संस्था लगभग 15 अलग अलग राज्यो के समाजसेवियों को सम्मानित किया गया।

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