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“विश्व पर्यावरण दिवस” पर अंतर महाविद्यालय स्तर के प्राध्यापकों के लिए आयोजित प्रतियोगिता में पुरस्कृत हुए : प्रोफेसर विजय मानिकपुरी

राजनांदगांव। हेमचंद यादव विश्वविद्यालय, दुर्ग द्वारा विश्व पर्यावरण दिवस पर महाविद्यालय एवं प्राध्यापकों हेतु अनेक प्रतियोगिताओं में सर्वश्रेष्ठ प्रविष्टियों को पुरस्कृत किया गया जिसमें मुख्य अतिथि कुलपति डॉ. अरुणा पलटा ने कहा कि आज पर्यावरण के लिए कार्य करने की आवश्यकता है, अब पानी सिर के ऊपर हो चुका है, पर्यावरण के प्रति हम सभी जागरूक होकर पौधे लगाएं प्रदूषण ना करें, प्लास्टिक का उपयोग ना करें और कम से कम मोटर गाड़ी का उपयोग करें।वृक्षारोपण से अधिक महत्वपूर्ण वृक्षों का संरक्षण जरूरी है। इसलिए विश्वविद्यालय द्वारा विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया।

प्रायोगिक रूप से कार्य करने वाले प्राध्यापक एवं महाविद्यालय विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया जा रहा है। जिसमें प्रोफ़ेसर विजय मानिकपुरी ने पीपीटी प्रस्तुतीकरण के दौरान कहा की संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा सन 2022 हेतु विश्व पर्यावरण दिवस की थीम “केवल एक पृथ्वी” रखी गई इसी विषय पर प्रतियोगिताएं आयोजित रही, महाविद्यालय ने पर्यावरण संरक्षण हेतु क्या प्रयास किया। एवं प्राध्यापकों हेतु आयोजित ऑनलाइन प्रस्तुतीकरण प्रतियोगिता के अंतर्गत पर्यावरण संरक्षण में आपका व्यक्तिगत योगदान विषय पर प्रस्तुतीकरण रहा।

मानिकपुरी ने कहा कि 1972 में स्टॉकहोम सम्मेलन में पर्यावरण संरक्षण संबंधी घोषणा के 50 वर्ष पूर्ण होने पर इस वर्ष 2022 में विश्व पर्यावरण दिवस का विशेष महत्व है। जिसमें 143 देशों ने सहभागिता दिया और संयोग से विश्वविद्यालय में पंजीकृत महाविद्यालय 143 है जिनकी प्रतिभागीता रही।

अंतरमहाविद्यालय प्रतियोगिता का पुरस्कार वितरण में मुख्य अतिथि कुलपति डॉ. अरुण के हाथों सम्मान प्राप्त करते हुए, विजय मानिकपुरी ने कहा कि विश्वविद्यालय का यह प्रयास छत्तीसगढ़ प्रदेश के लिए एक मील का पत्थर साबित होगा, जीवन को बेहतर और अधिक प्राकृतिक बनाने के लिए पूरे विश्व भर में पर्यावरण के कुछ सकारात्मक बदलाव लाने के लिए विश्व पर्यावरण दिवस अभियान चलाया जाता है, आजकल पर्यावरण का मुद्दा बहुत बड़ा मुद्दा है, जिसके बारे में सभी को जागरूक होना चाहिए। प्रदूषण और ग्लोबल वार्मिंग से युक्त वातावरण में सकारात्मक बदलाव को लाने के लिए युवाओं से सबसे अधिक उम्मीदें हैं।

विश्वविद्यालय द्वारा यह प्रतियोगिता का आयोजन निश्चित रूप से परिवर्तन लाएगा। प्राचार्य डॉ. रचना पांडे ने शुभकामनाएं देते हुए कहा कि विश्व पर्यावरण दिवस पर विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित होती है देश ही नहीं प्रदेशों में भी जिसके अंतर्गत हेमचंद विश्वविद्यालय में भी प्रतियोगिता कराई गई। जिसमें महाविद्यालय के प्रा.विजय मानिकपुरी को पुरस्कृत किया गया है।

डायरेक्टर आशीष अग्रवाल, संजय अग्रवाल एवं डॉ मनीष जैन ने संयुक्त रूप से कहा कि हमारे पर्यावरण की क्षति प्रदूषण और ग्लोबल वार्मिंग के कारण दिन प्रतिदिन गिरती जा रही है, बेहतर भविष्य के लिए पर्यावरण की सुरक्षा आवश्यक है उसे ही बढ़ावा देने के लिए यह प्रतियोगिताएं अंतर महाविद्यालय, विद्यार्थियों, प्राचार्य एवं अध्यापकों के मध्य आयोजित की गई जिसमें कनफ्यूलाइंस कॉलेज के अध्यापक विजय मानिकपुरी ने पुरस्कार जीता उनको शुभकामनाएं हैं।

महाविद्यालय के प्राध्यापक प्रीति इंदौरकर ,मंजूलता साहू , धनेश्वरी साहू ,गौतमा रामटेके, इरफान कुरैशी, एवं b.Ed के विद्यार्थियों ने शुभकामनाएं प्रेषित की। विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित कार्यक्रम शंकराचार्य महाविद्यालय भिलाई में संपन्न हुआ, जिसमें मुख्य रुप से विश्वविद्यालय कुलसचिव भूपेंद्र कुलदीप,अधिष्ठाता छात्रकल्याण डॉ. प्रशांत, उप कुलसचिव डॉ. राजमणि पटेल, राजेंद्र चौहान ,एनएसएस समन्वयक डॉ. आरपी अग्रवाल वित्तीय अधिकारी सुशील गजभिए सहायक कुलसचिव डॉ. सुमित अग्रवाल, हिमांशु शेखर मंडावी प्राचार्य स्वरूपानंद कॉलेज, रजिस्टर दीपक परगनिहा दिग्विजय कॉलेज, इरफान कुरैशी, मसा कॉलेज, साइंस कॉलेज भिलाई, घनश्याम कॉलेज, शंकराचार्य कॉलेज, महिला महाविद्यालय के प्राचार्य एवं अध्यापकगण तथा विद्यार्थियों की उपस्थिति रही।

By Amitesh Sonkar

Sub editor

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