‘‘मिट्टी व जल विश्लेषण कि मूल्यवर्धित त्रैमासिक प्रमाण पत्र पाठ्यक्रम का समापन’’
राजनांदगांव। शासकीय दिग्विजय महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. के.एल.टाडेकर के निर्देशन व विभागाध्यक्ष प्रो. यूनुस रजा बेग तथा कोर्स सयोंजन डॉ. प्रियंका सिहं के मार्गदर्शन में चार वर्षो से रसायन शास्त्र विभाग में “मिट्टी व जल विश्लेषण की उच्च तकनीक” पर त्रैमासिक प्रमाण पत्र पाठ्यक्रम संचालित है इस वर्ष यह पाठ्यक्रम फरवरी 2022 से प्रारंभ होकर मई 2022 में पूर्ण हुआ।
एम. एस. सी. अंतिम वर्ष रसायनशास्त्र के 17 विद्यार्थियों द्वारा यह पाठ्यक्रम उच्च ग्रेड के साथ पूर्ण किया गया। पाठ्यक्रम को 2018-19 से प्रारंभ किया गया है जिसमें प्रयोग होने वाली सभी उपकरण महाविद्यालय के डॉ.सी.वी.रमन केन्द्रीय प्रयोगशाला में स्थापित किये गये है। विभागाध्यक्ष द्वारा पाट्यक्रम के बारे में जानकारी दी गई कि विद्यार्थी पाठ्यक्रम के दौरान विभिन क्षेत्रों का चयन कर मिट्टी व जल का नमूना लेते है तथा उनका विश्लेषण का अंतिम परिणाम के आधार पर रिपोर्ट बनाते है।
प्राचार्य डॉ. के.एल.टाडेकर द्वारा विद्यार्थियों व विभाग को शुभकामनाये प्रेषित कि गई तथा यह भी सुझाव दिया गया की आने वाले समय में आप लोग राजनांदगांव के लोकल किसी वार्ड या किसी विशेष स्थान के मिट्टी व जल परिक्षण कर उसकी रिपोर्ट बनाकर सौंपे ताकि किसी निष्कर्ष के आधार पर उनके निवारण के लिए उचित कदम उठा सके।
पाट्यक्रम के दो चरणों में परीक्षा आयोजित कि जाती है जिसके 50 अंको का प्रयोगिक परीक्षा तथा 50 अंक का वस्तुनिष्ठ प्रश्न रखा जाता है और प्राप्तांक के आधार पर ग्रेड प्रदान किया जाता है इस वर्ष कुल 17 विद्यार्थी रजिस्टर्ड हुए थे जिसमे से दो विद्यार्थियों ने A ग्रेड बचा शेष 15 विद्यार्थियों को A+ ग्रेट प्राप्त हुआ। इस सर्टिफिकेट के फीडबैक के लिए कु. भावना साहू व क्रिस्टी टंडन आमन्त्रित किया गया जिसने बताया कि इस पाट्यक्रम में उनको क्या लाभ हुआ और इसका वह आगे समाज में क्या योगदान देंगे।
कोर्स में फेकल्टी हेंडलिंग इंचार्ज प्रो. गोकुल निषाद द्वारा कार्यक्रम का संचालन किया गया। कार्यक्रम में विभाग के समस्त प्राध्यापकों का सहयोग रहा। इस पाठ्यक्रम का सम्पूर्ण वित्तीय सहयोग स्वशासी परीक्षा प्रकोष्ठ के द्वारा किया।

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