राजनांदगांव। मुख्यमंत्री की महत्वाकांशी योजना स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल में जिस प्रकार स्थानीय समिति के जिम्मेदार पदाधिकारियों के द्वारा मनमानी की जा रही है, उससे पालकों में भारी आक्रोश व्यापत है।
शहर में एक मात्र सर्वेश्वरदास नगर पालिक निगम स्वामी आत्मानंद अंगेजी माध्यम स्कूल विगत दो वर्षो से संचालित हो रहा है और इस वर्ष इस स्कूल में एलकेजी में प्रवेश लेने बच्चों के पालकों के द्वारा इस भीषण गर्मी में घंटो कतार लगाकर आवेदन लेकर फिर लंबी कतार में घंटो खड़े रहकर फार्म जमा किया और विगत कई दिनों से लॉटरी निकलने का इंतजार कर स्कूल के चक्कर काट रहे है, लेकिन अब स्कूल के प्राचार्य के द्वारा पालकों को मौखिक रूप से यह जानकारी दी जा रही है कि इस स्कूल में इस वर्ष नर्सरी या एलकेजी की कक्षा आरंभ नहीं किया जा रहा है जिससे पालक अब अपने आप को ठगा हुआ महसूस कर रहे है।
हैरत की बात यह कि एलकेजी के 30 सीटों के लिए अब तक लगभग 300 पालकों को आवेदन फार्म स्कूल के द्वारा बांटे जा चुके है और लगभग 250 फार्म अब तक जमा किए जा चुके है।
पीड़ित पालक ने की शिकायत
पालक शिव निर्मलकर निवासी लखोली ने अपने लिखित शिकायत में बताया कि उसने अपने पुत्र युग निर्मलकर को सर्वेश्वरदास नगर पालिक निगम स्वामी आत्मानंद अंगे्रजी माध्यम स्कूल के एलकेजी में प्रवेश दिलाने इस भीषण गर्मी में लंबी कतार में घंटो खड़े होकर ऑफलाईन फार्म स्कूल से लिया और उसे फिर भीषण गर्मी में लंबी कतार में घंटो खड़े होकर स्कूल में जमा किया था और सोमवार को जब प्राचार्य से मिलकर लॉटरी कब निकलेगा इसकी जानकारी मांगी तो प्राचार्य ने बताया कि ऐसी कोई कक्षा उनके स्कूल में इस वर्ष आरंभ नहीं हो रहा है, उच्च अधिकारियों के कहने पर फार्म बांट दिया गया था, लेकिन इसकी कोई तैयारी नहीं हो रही है।
जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ हो सख्त कार्यवाही : क्रिष्टोफर पॉल
छत्तीसगढ़ पैरेंट्स एसोसियेशन के प्रदेश अध्यक्ष क्रिष्टोफर पॉल का कहना है कि स्कूल शिक्षा विभाग के द्वारा दिनांक 1 अप्रैल 2022 को एक आदेश जारी कर सभी स्वामी आत्मानंद स्कूलों में नर्सरी कक्षाये आरंभ करने का आदेश जारी कर समस्त कलेक्टर को इसकी प्रारंभिक तैयारी कर आगामी शिक्षा सत्र में नर्सरी कक्षाये प्रारंभ करने का निर्देश दिया है, जब सरकार को नर्सरी या एलकेजी की कक्षाये आरंभ ही नहीं करना था तो फिर पालकों को मिथ्या जानकारी देकर गुमराह क्यों किया गया? क्यों पालकों को आवेदन फार्म बांटे गए? क्यों इस भीषण गर्मी में पालको को लंबी-लंबी कतार लगाकर उनसे फार्म स्वीकार किया गया है और बताया गया कि जल्द लॉटरी के माध्यम से चयन किया जाएगा।
श्री पॉल का कहना है कि राज्य सरकार को जिम्मेदारी तय करना होगा और पालकों के साथ ऐसा बार-बार धोखाधड़ी करने वाले जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही किया जाना चाहिए, क्योंकि लॉटरी निकालने में भी मनमानी किया गया और जिन सैकड़ों फार्म को रिजेक्ट किया उनके पालकों को आज तक कोई जानकारी नहीं दिया गया कि उनके फार्म क्यों रिजेक्ट हुए।
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