दिग्विजय महाविद्यालय में 4500 स्नातकोत्तर प्रायवेट परीक्षार्थियों का सुव्यवस्थित तरीके से उत्तरपुस्तिका का हुआ संग्रहण : डॉ.टांडेकर
राजनांदगांव। शासकीय दिग्विजय महाविद्यालय को परीक्षा केन्द्र लेकर ऑनलाईन परीक्षा में शामिल हो रहे स्नातकोत्तर (एम.ए./एम.काम./एम.एस.सी. पूर्व एवं अंतिम) के लगभग 4500 परीक्षार्थियों ने अपना द्वितीय दिवस का उत्तरपुस्तिका महाविद्यालय में उपस्थित होकर जमा की। द्वितीय प्रश्न पत्र के संग्रहण हेतु महाविद्यालय में विशेष व्यवस्था की गई, इसके लिए कुल 22 काउंटर बनाकर 60 अधिकारियों/कर्मचारियों को संग्रहण कार्य का दायित्व सौंपा गया। महाविद्यालय के बाहर पार्किंग की समस्या न हो तथा रोड़ जाम न हो इस हेतु महाविद्यालय के बाहर 02 कर्मचारी की ड्यूटी लगाई गई साथ ही महाविद्यालय के साइकल स्टैण्ड में भी 02 कर्मचारी की ड्यूटी लगाई गई जिससे न तो परीक्षार्थियों को और न आने-जाने आम नागरिकों को किसी भी प्रकार की समस्या हुई।
प्रातः 8 बजे से महाविद्यालय के सभी कक्ष परीक्षार्थियों हेतु खोल दिये गये थे, ताकि दूर से आने वाले परीक्षार्थी महाविद्यालय में बैठकर उत्तरपुस्तिका लिख सके। जिसका लाभ उठाते हुए लगभग 1000 परीक्षार्थियों ने महाविद्यालय में बैठकर उत्तरपुस्तिका लिखे। पीने की पानी की समस्या न हो इस हेतु स्थायी 06 वाटर कूलर के साथ-साथ 09 स्थानों पर पृथक रुप से पानी की व्यवस्था की गई। दिव्यांग परीक्षार्थियों हेतु व्हील चेयर एवं वाकर की व्यवस्था की गई ताकि वे उत्तरपुस्तिका जमा करने हेतु कांउटर पर पहुंच सके।
परीक्षार्थियों को लाईन में न लगना पड़े इस हेतु कक्षों को ही काउंटर बनाये गये तथा परीक्षार्थियों को बैठाकर क्रम से उनकी उत्तरपुस्तिका ली गई साथ ही परीक्षार्थियों के बैठने हेतु गणित विभाग के पास टेंट एवं कुर्सियों की व्यवस्था की गई। इस तरह से महाविद्यालय प्रशासन द्वारा सुव्यवस्थित तरीके से प्रायवेट परीक्षार्थियों की उत्तरपुस्तिका ली गई। प्राचार्य डॉ.के.एल. टांडेकर ने बताया कि यह व्यवस्था प्रतिदिन की जायेगी ताकि परीक्षार्थियों को उत्तरपुस्तिका जमा करने में किसी भी प्रकार की कोई असुविधा न हो। परीक्षार्थी भी महाविद्यालय प्रशासन के द्वारा की गई इस व्यवस्था से संतुष्ट रहे एवं व्यवस्था की प्रसंशा की।

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