राजनांदगांव। घुमका में संचालित छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक के चपरासी के फांसी लगाकर आत्महत्या करने की घटना के बाद से इलाके में सनसनी फैल गई है। सूचना पर पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले की विवेचना शुरू कर दी है।
पुलिस के मुताबिक मृतक ढालेन्द्र सिंह पिता जुल्म सिंह उम्र 24 वर्ष निवासी खैरझिटी, विगत चार वर्ष से घुमका के बैंक में चपरासी पद पर नियुक्त था। शनिवार देर शाम चपरासी ने बैंक के एक कमरे में कम्प्यूटर के केबल के सहारे पंखा से लटककर आत्महत्या कर ली। मृतक के जेब से सुसाइडल नोट मिला है जिसमे अत्यधिक कामकाज के दबाव से डिप्रेशन में इस तरह कदम उठाने का जिक्र किया है साथ ही अपने मौत के लिए किसी को जिम्मेदार नहीं ठहराया है। सुसाइडल नोट में चपरासी पद पर काम नहीं करने का जिक्र करते हुए खुदकुशी को अपना निर्णय बताया है। जानकारी के अनुसार मृतक के पिता उक्त बैंक शाखा में ही कैशियर के पद पर पदस्थ है। शनिवार को निर्धारित समय के बाद सभी कर्मचारियों के रवाना होने के बाद मृतक ने आत्मघाती कदम उठाया। घर नहीं पहुंचने पर परिजनों ने स्थानीय परिचितों से सम्पर्क किया तब घटना की खबर लगते ही घुमका पुलिस को सूचना दिया गया। बैंक का मामला होने के चलते पुलिस ने मैनेजर आर वी प्रसाद को तलब कर घटनास्थल का निरीक्षण किया फोरेंसिक टीम के अभाव में रात को मर्ग पंचनामा नहीं किया जा सका बैंक से जुड़े होने के चलते मामले को संवेदनशील मानते हुए रात में बैंक को सील कर परिसर को पुलिस ने अपने कब्जे में लेकर अलसुबह पंचनामा कर शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। उक्त घटना के बाद पूरे क्षेत्र में तरह तरह की चर्चाएं चल रही हैं और बैंक प्रबंधन को लेकर कई सवाल खड़े हो रहें हैं। सूत्रों के अनुसार घुमका शाखा में उपभोक्ताओं की संख्या और बैंकिंग से जुड़े कार्यों के लिहाज से कर्मचारियों की भारी कमी बताया जा रही है। क्षेत्र के कई गांव के उपभोक्ताओं के लेनदेन इस बैंक में होते है। तमाम कार्यों के लिए मैनेजर को मिलाकर मात्र चार कर्मचारी पदस्थ हैं।
