हिंदी विभाग में एलुमुनी बैठक, ढाई दशक पहले के विद्यार्थियों ने याद किया संस्था को…
राजनांदगाव: दिग्विजय महाविद्यालय के हिंदी विभाग में आज पूर्व छात्रों की ऑनलाइन वार्षिक बैठक आयोजित की गई। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. के एल. टांडेकर की अध्यक्षता में संपन्न इस बैठक में पिछले ढाई दशकों के पूर्व विद्यार्थियों ने ऑनलाइन बातचीत कर अपनी संस्था में बिताये हुए अतीत के क्षणों को याद किया, इसमें 1995 बैच से लेकर पिछले सत्र तक के विद्यार्थी और शोधार्थी शामिल थे, इस औसर पर प्राचार्य ने कहा कि मुझे खुशी हो रही है कि इस आभासी बैठक में मैं अपने पुराने विद्यार्थियों के विचार को सुन रहा हूँ, इससे महाविद्यालय को संवारने में मदद मिलेगी।
बैठक में विभागाध्यक्ष डॉ. शंकर मुनि राय ने कहा कि यह विभाग अपने पुराने विद्यार्थियों के अनुभव और सुझाव के आधार पर भविष्य की योजनाएं बनाना चाहता है, हम चाहते हैं कि हमारे विद्यार्थियों की रचनात्मकता बरकरार रहे, इसके लिए आपने विद्यार्थियों से अपील की कि वे अपने अनुभव को रचनात्मक रूप दें, साथ ही जीवन में सहयोगी भावना को बढ़ावा दें, किसी भी व्यक्ति की किसी भी रूप में मदद करना हमारा आचरण होना चाहिए।
इस बैठक में जिन पूर्व विद्यार्थियों ने अपने विचार रखे उनमे प्रमुख नाम है- डॉ. प्रवीण साहू, डॉ. लालचंद सिन्हा, डॉ. मनीषा सोनी, डॉ. वीरेंद्र साहू, डॉ. उमेश्वर श्रीवास्तव, डॉ. चंद्र शेखर साहू, प्रियंका देवांगन, एस कुमार गौर, कैलाश कुमार, निगीता रामटेके और रामेश्वरी टंडन आदि।
कार्यक्रम के प्रारम्भ में विभाग के वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. चंद्र कुमार जैन ने पूर्व छात्रों का स्वागत करते हुए इस आयोजन के उद्देश्य पर प्रकाश डाला और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की. डॉ. बी. एन. जागृत ने कहा कि हम अपने पुराने विद्यार्थियों के साथ एक ऑफलाइन बैठक करना चाहते हैं, परन्तु कोरोना के कारण विगत दो वर्षों से संभव नहीं हो पा रहा है।
कार्यक्रम में विभागीय प्राध्यापक डॉ. स्वाति दुबे, डॉ. गायत्री साहू, डॉ, भवानी प्रधान श्री कौशिक लाल बिशि सहित कुल 26 पूर्व विद्यार्थी और शोद्यार्थी उपस्थित थे। कार्यक्रम के अंत में डॉ. नीलम तिवारी ने आभार व्यक्त किया।

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