रेकोम्बिनेंट डी एन ए टेक्नोलॉजी चिकित्सा में अपार संभावनाएं… पुराने जीन से नए जीन को और अधिक बेहतर बनाया जा सकता है…
- रसायन शास्त्र विभाग में अन्तर्विभागीय व्याख्यान का आयोजन
राजनांदगांव। शासकीय दिग्विजय स्वसाशी महाविद्यालय राजनांदगांव के प्राचार्य डॉ. के. एल. टान्डेकर के मार्गदर्शन तथा रसायन शास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष यूनुस रज़ा बेग के निर्देशन में रसायन शास्त्र विभाग में अन्तर्विभागीय व्याख्यान का आयोजन किया गया। व्याख्यान दो अलग-अलग विषय पर हुआ।
प्रथम व्याख्यान डॉ प्रमोद महीश (विभागाध्यक्ष , बायोटेक्नोलॉजी विभाग) द्वारा रेकोम्बिनेंट डी एन ए टेक्नोलॉजी के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि रेकोम्बिनेंट डी एन ए टेक्नोलॉजी चिकित्सा, कृषि व् शोध के क्षेत्र में अपार संभावनाए है जिसकी सहायता से पुराने जीन से नए जीन को और अधिक बेहतर बनाया जा सकता है तथा जिसकी सहायता से नए उन्नत पौधे व् बीज बनाया जा सकता है। साथ ही इस तकनीक में उपयोग होने वाले घटक तथा आवश्यक उपकरण कि जानकारी तथा उनके कार्य करने कि विधि के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई। साथ ही विद्यार्थियों के शंकाओं का समाधान भी किया गया।
द्वितीय व्याख्यान गणित विभाग के प्राध्यापक डॉ. कैलाश कुमार देवांगन द्वारा – रसायन शास्त्र में गणित के अनुप्रयोगों के अंतर्गत विभिन्न बिन्दुओं पर चर्चा कि गई – अवकलन, समाकलन, लघुगणक, प्रायिकता, क्रमचय, संचय तथा अन्य और ऐसे गणितीय अवधारनाये जिसका रसायन से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष सम्बन्ध हो। उक्त बिन्दुओं को बहुत ही सरल व् सहज उदाहरणों जैसे pH, रासायनिक बलगतिकी में अभिक्रिया कि कोटि निकालने तथा अर्ध आयुकाल ज्ञात करने जैसे उदाहरणों के माध्यम से विद्यार्थियों को समझाया गया तथा उनके शंकाओं का समाधान भी किया गया।
कार्यक्रम में डॉ प्रियंका सिंह, गोकुल राम निषाद, रीमा साहू, डॉ डाकेश्वर कुमार वर्मा, विकास काण्डे, डॉ अश्वनी कुमार शर्मा, लिकेश्वर सिन्हा, शरद कुमार तिवारी, भारती यारदा तथा विभा विश्वकर्मा एवं रसायन शास्त्र विभाग के एम एस. सी. प्रथम सेमेस्टर तथा तृतीय सेमेस्टर के विद्यार्थी उपस्थित थे।विभागाध्यक्ष यूनुस रज़ा बेग द्वारा डॉ प्रमोद कुमार महीश एवं डॉ कैलाश कुमार देवांगन का धन्यवाद ज्ञापित किया गया।

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