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एक्स रिपोर्टर न्यूज़ । राजनांदगांव

बसंतपुर स्थित शासकीय जिला अस्पताल में भोजन वितरण ठेका लेने के लिए तिकड़मबाजी शुरू हो चुकी है। जेम पोर्टल के जरिए बुलाए गए निविदा में नए के साथ पुराने ठेकेदारों के नाम सामने आए हैं। एक आवेदन वर्तमान ठेकेदार का भी है। पिछले दो वर्षों से भोजन ठेका चलाने वाली महासमुंद के फर्म के खिलाफ बीते वर्षों में कई शिकायतें आ चुकी है। ठेका फर्म को ब्लैकलिस्ट किए जाने की मांग भी की गई है लेकिन सिविल सर्जन ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई करने को तैयार नहीं दिख रहे हैं। यही वजह है कि तीसरी बार टेंडर लेने के लिए उठापटक शुरू हो चुकी है।

Health reporter@राजनांदगांव: जिला अस्पताल के भोजन ठेका में बड़ा गोलमाल, मेन्यू के अतिरिक्त 25 से अधिक बिंदुओं में पौष्टिक आहार और सामग्री देने का वादा कर लिया था टेंडर, सालभर नहीं किया पालन फिर भी प्रबंधन ने नहीं की कार्रवाई, निविदा पूरी होने के बाद भी पांच महीने से दे रखा है एक्सटेंशन…

भाजपा झुग्गी झोपड़ी प्रकोष्ठ के जिला संयोजक एवं शिकायतकर्ता मनोज निर्वाणी ने बताया कि महासमुंद की फर्म पिछले दो वर्षों से जिला अस्पताल में भोजन ठेका चला रही है। मेन मेनू के अतिरिक्त डाइट व सामग्री देने के शर्त पर उक्त फर्म को ठेका दिया गया था। लेकिन ठेका मिलने के बाद फर्म संचालक ने मनमानी शुरू कर दी। अतिरिक्त डाइट का वादा फिसड्डी साबित हुआ। यहां तक की मेन मेन्यू के मुताबिक मरीजों को आहार नहीं मिलने की भी शिकायतें सामने आती रही। इस मामले को लेकर बीते महीने सिविल सर्जन से शिकायत कर उक्त फर्म को ब्लैक लिस्ट किए जाने की मांग की गई थी लेकिन आज तक कार्रवाई नहीं हुई। ऐसे में अस्पताल प्रबंधन की मिलीभगत को नकारा नहीं जा सकता है।

सूचना का अधिकार का नहीं दिया जवाब

श्री निर्वाणी ने बताया कि पूर्व में किए गए शिकायत पर से अग्रिम कार्रवाई से संबंधित दस्तावेजों की मांग के लिए सूचना का अधिकार लगाया गया था। समय सीमा पूर्ण होने के बाद भी अभी तक सूचना का अधिकार का जवाब नहीं दिया गया है। बात साफ है लिखित शिकायत के बावजूद अस्पताल प्रबंधन की ओर से कार्रवाई नहीं की गई। यह अपने आप में गंभीर मसला है।

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