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राजनांदगांव। आयोजन के चौथे रोज बुधवार को स्वदेशी मेला स्थल पर जोरदार मंचीय कार्यक्रम हुआ। स्वदेशी मेले के मंच पर बतौर अतिथि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के छत्तीसगढ़ प्रांत पदाधिकारी तथा वरिष्ठ प्रचारक अन्ना सफारे, विभाग संघ चालक राजेश ताम्रकार, जिला संघ चालक राधेश्याम शर्मा, विश्व हिंदू परिषद विभाग मंत्री अरुण गुप्ता, वनवासी कल्याण आश्रम राजेश खांडेकर, संरक्षक स्वदेशी मेला श्रीमती बसंत लता निर्वाणी, पर्यावरण विभाग के निकुंज सिंघल, विद्यार्थी परिषद के जिला संयोजक ने शिरकत की।

श्री सफारे ने अपने उद्बोधन में कहा कि स्वदेशी मेला कोई आम मेला नहीं है, जहां आए घूमे फिरे और लौट गए। स्वदेशी मेला जन जागरूकता अभियान है। यहां से लौटे तो स्वदेशी वस्तु अपनाने का संकल्प लेकर लौटे। इस वृहद आयोजन का लक्ष्य हर घर तक स्वदेशी वस्तुएं पहुंचना है।

जब भी बाजार जाएंगे स्वदेशी सामान लाएंगे: राजेश ताम्रकार

विभाग संघ चालक राजेश ताम्रकार ने अपने उद्बोधन में कहा कि स्वदेशी का उद्गम तो आजादी के पहले से चल रहा है। इसकी जो लड़ाई है बहुत पुरानी लड़ाई है। स्वदेशी अपनाने को लेकर अंग्रेजों के साथ भी लड़ाई हो चुकी है। वर्ष 1991 में स्वदेशी जागरण मंच का गठन हुआ और 1998 में मुंबई में इसका पहला मेला लगा था, जब पीयूष गोयल जी इसके संयोजक हुआ करते थे और लगभग पूरे देश में अभी तक 400 मेले लग चुके हैं। छत्तीसगढ़ की बात करें तो राजनांदगांव का यह मेला 39 वां मेला है। इससे पहले बिलासपुर, रायपुर तथा कवर्धा में मेला संपन्न हो चुका है। राजनांदगांव का यह सातवां वर्ष है। यहाँ 7 वर्षों से मेला लगाया जा रहा है। स्वदेशी अपनाने के लिए उन्होंने जोर देते हुए कहा कि जब भी बाजार जाएंगे, स्वदेशी सामान ही लाएंगे। इसी तरह विश्व हिन्दू परिषद के विभाग मंत्री अरुण गुप्ता ने कहा कि स्वदेशी ही हमारी पूंजी है हम जब तक स्वदेशी वस्तुओं का उपयोग करते रहेंगे तब तक हम मजबूत रहेंगे और हमारी ताकत कई गुना बढ़ते रहेगी। हमको अपने पैर पर खड़े होना जरूरी है। सरकार की बहुत सारी ऐसी योजनाएं हैं जिससे हम स्वदेशी वस्तुओं को बढ़ावा दे सकते हैं और अपने पैर पर खड़े हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि आज पूरे भारत में स्वदेशी वस्तुओं की खरीदी कम होते जा रही है। हमको इसे बढ़ावा देना है। अतिथि सम्मान समारोह के दौरान मंच पर आयोजन समिति के अध्यक्ष अशोक चौधरी, सचिव मूलचंद भंसाली, मेला संयोजक भागचंद गीड़िया, सहसंयोजक मनोज निर्वाणी, सहसंयोजक मोना गोसाई, स्वदेशी जागरण मंच के जिला संयोजक राजकुमार शर्मा, साधना तिवारी उपस्थित रहीं। मंच का संचालन विजय मानिकपुरी ने किया।

केश सज्जा प्रतियोगिता में दीप्ति साहू रही प्रथम

स्वदेशी मेला स्थल पर प्रतिदिन विविध प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा रहा है जिसमें प्रतिभागी बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं। बुधवार को मेला स्थल पर केश सज्जा प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसमें 18 महिला प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। सीनियर ग्रुप में दीप्ति साहू प्रथम और नीता महोबे द्वितीय रही। इसी तरह जूनियर ग्रुप में सोनम मानिकपुरी ने प्रथम, श्वेता निर्मलकर ने द्वितीय अदिति हुकरे और डोमेश्वरी चंदेल ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। प्रतियोगिता की निर्णायक रोशनी खान, टच एंड ग्लो पार्लर महेश नगर ने विजयी प्रतिभागियों को आकर्षक उपहार से सम्मानित किया।

शाम को होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम मोह रहे लोगों का मन

स्वदेशी मेला स्थल पर हर शाम रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया जा रहा है। नयनाभिराम कार्यक्रम लोगों को खूब पसंद आ रहे हैं। कार्यक्रम संयोजक शरद श्रीवास्तव ने बताया कि सात दिवस तक अलग-अलग कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की गई है।

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16 फरवरी को राकेश शर्मा नाईट का प्रोग्राम हुआ। इसी तरह 17 फरवरी को अलका चंद्राकर लोक कला मंच, 18 फरवरी को गीत -संगीत, 19 फरवरी को अंताक्षरी कार्यक्रम हुआ। 20 फरवरी को स्थानीय कलाकारों द्वारा नृत्य, प्रहसन, गीत की मनमोहक प्रस्तुति दी गई। आगामी 21 फरवरी को सुनील तिवारी नाईट का प्रोग्राम फिक्स किया गया है। इसी क्रम में 22 फरवरी को स्कूली बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी जाएगी।

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