राजनांदगांव। “स्वरोजगार अपनाएंगे देश को समृद्ध बनाएंगे” नारे के साथ शहर के स्टेट हाई स्कूल मैदान में 17 फरवरी से स्वदेशी मेला का शानदार आगाज हो चुका है। मेले का आनंद लेने हर दिन सैकड़ो की संख्या में लोग पहुंच रहे हैं। मेले में लखनवी टेराकोटा आर्ट और बुलंदशहर में बने चीनी मिट्टी के बर्तन लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। इसके अलावा उत्तर प्रदेश से आई रंग बिरंगी कालीन लोगों का ध्यान अपनी ओर खींच रही है। खाने के शौकीन लोगों के लिए राजस्थानी अचार की विशाल रेंज उपलब्ध है जिसमें चेरी का मुरब्बा, बेर का मीठा अचार शामिल है। कानपुर लेदर बैग महिलाओं को खासी लुभा रही है।
इसी तरह लखनऊ का कॉटन कपड़ा, मेंसवेयर, आध्यात्मिक और धार्मिक किताबें, गाजियाबाद का सोफा कवर, कोलकाता की साड़ी, सोशल मीडिया में वायरल आदिवासी हेयर तेल, इलेक्ट्रॉनिक ऑटोमोबाइल, हेल्थ इक्विपमेंट, स्नेक्स और फूड जोन के स्टॉल लोगों को खूब लुभा रहे हैं।
परिसर में सजे मीना बाजार का आनंद लेने में बच्चे जवान तो क्या बड़े बुजुर्ग भी पीछे नहीं है। हवाई झूला, टॉय ट्रेन, रोलर स्कूटर, मिकी बाउंसर के साथ तरह-तरह के झूले लोगों को पसंद आ रहे हैं। प्रतिदिन दोपहर 2:00 बजे से रात 12:00 तक मेला का संचालन किया जा रहा है।
प्रतिदिन होने वाले प्रतियोगिता में बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहे प्रतिभागी
मेला स्थल में प्रतिदिन विविध प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा रहा है। इन प्रतियोगिताओं में विजयी होने वाले प्रतिभागियों को आकर्षक गिफ्ट आइटम आयोजन समिति की ओर से प्रदान किए जा रहे हैं। बुधवार को केश सज्जा और युगल जोड़ी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
इसी तरह 20 फरवरी को आरती थाली सजाओ, पारंपरिक वेशभूषा, 21 फरवरी को व्यंजन प्रतियोगिता और बसंत सुंदरी प्रतियोगिता, 22 फरवरी को रंग भरो चित्रकला, शिशु वेशभूषा प्रतियोगिता और 23 फरवरी को निबंध और क्राफ्ट प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा।
सांस्कृतिक कार्यक्रम मचा रहे धूम
आयोजन समिति की ओर से अशोक चौधरी, मूलचंद भंसाली, राजकुमार शर्मा, भागचंद गिड़िया, मनोज निर्वाणी, मोना गोसाई, सुब्रत चाकी, डॉ. साधना तिवारी और सुधा पवार ने संयुक्त रूप से बताया कि मेला स्थल पर शाम को रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया जा रहा है। जिससे मेला स्थल का आकर्षण और अधिक बढ़ जा रहा है। इस बीच विभिन्न क्षेत्र में विशेष योगदान देने और कार्य करने वाले समाजसेवियों का सम्मान भी किया जा रहा है।
इसी क्रम में बुधवार को मंच पर राजेश ताम्रकार, राधेश्याम शर्मा, विष्णु प्रसाद साव, अरुण गुप्ता, राजेश खांडेकर, श्रीमती बसंत लता निर्वाणी, अमर लालवानी और निकुंज सिंघल को सम्मानित किया गया।
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