कबीरधाम जिले के आबकारी विभाग में ब्लैकलिस्टेड कर्मचारी कार्यरत, कार्यवाही की आवश्यकता
कवर्धा। कबीरधाम में आबकारी विभाग नीति के खिलाफ चलने वाली बहुत प्रसिद्ध संस्था बन चुकी है । ग्राहकों के साथ बेहतरी के जगह बुराई का साथ देने वाले लोगों को पनाह देकर रखा गया है । दरअसल हम बात कर रहे हैं, आबकारी विभाग द्वारा शराब विक्रय हेतु कार्य कर रहे कर्मचारियों की । अगर csml की वेबसाइटें खोलकर देखें तो आपको पता चलेगा कि कवर्धा जिले का आबकारी डिपार्टमेंट अपने ही बनाये गए नियमों के विरुद्ध चल रहा है । दर्जन भर से ज्यादा ब्लैक लिस्टेड कर्मचारियों को नौकरी पर रखा गया है और उनके ब्लैकलिस्ट होने के बाद भी अवैध तौर पर उनसे सेवाएं ली जा रही हैं । जिले के शहरों समेत ग्रामीण क्षेत्र की शराब दुकानों में लगभग तीन से अधिक सुपरवाईजर, कई सारे सेल्समेन और मल्टी द्वारा कार्य कराया जा रहा है, जो ब्लैक लिस्ट है।
ब्लैक लिस्ट क्या है ?
दरअसल आबकारी विभाग में नियमानुसार जो कर्मचारी, दुर्व्यवहार अथवा विक्रय कार्य में लापरवाही करते हैं या धोखाधड़ी करते हैं उन्हें ब्लैकलिस्ट कर दिया जाता है। इसका यह भी मतलब है कि उन्हें काम से निकाल दिया जाता है, लेकिन कबीरधाम जिले में ऐसा बिलकुल भी नहीं हो रहा है । बल्कि उच्च अधिकारियों के साथ साठ गाठ के चलते अपनी छत्र छाया में रखकर आबकारी विभाग के खास व्यक्तियों द्वारा नियम विरुद्ध पारंगत नहीं होने के बाद भी ब्लैक लिस्टेड और अयोग्य व्यक्तियों द्वारा सुपरवाइजर तक का कार्य कराया जा रहा है ।
सूत्रों से यह भी जानकारी मिली है, कि अपने फायदे के लिए आबकारी विभाग कवर्धा द्वारा अच्छे कर्मचारियों को बेवजह प्रताड़ित कर निकाल दिया गया है और उनकी जगह अयोग्य व्यक्तियों को पद देकर काम निकाला जा रहा है । योग्य व्यक्ति का नहीं होना ग्राहकों के साथ न इंसाफी होने की ओर इशारा करती है । अब देखना यह होगा कि आबकारी विभाग अपने नियमों के साथ चलेगा या फिर ब्लैक लिस्टेड कर्मचारियों के कंधे चलकर ग्राहकों के भविष्य के साथ अनदेखा करता रहेगा ।

Bureau Chief kawardha