लाला कर्णकान्त श्रीवास्तव
एक्स रिपोर्टर न्यूज़ । राजनांदगांव
शहर से 15 किलोमीटर दूर तुमड़ीबोड में बिना किसी वैध लाइसेंस के पानी पाउच बनाने का मामला सामने आया है। XREPORTER के स्टिंग ऑपरेशन में खुलासे के बाद फूड सेफ्टी डिपार्मेंट ने फैक्ट्री में छापामार कार्रवाई की है।
दरअसल स्टिंग ऑपरेशन में पता चला कि फैक्ट्री संचालक के पास वैध लाइसेंस का अभाव है। उड़ीसा के किसी फर्म का बीआईएस (ब्यूरो ऑफ़ इंडिया स्टैंडर्ड) लाइसेंस नंबर उपयोग में लाकर पानी पहुंच का निर्माण किया जा रहा था। इसके अलावा स्थानीय स्तर पर जो FSSAI (फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया) का लाइसेंस लिया गया था वह भी एक्सपायर हो चुका है। गड़बड़ी पकड़ में आने के बाद हमने फूड सेफ्टी डिपार्मेंट के अफसर से संपर्क किया। उन्हें पूरे मामले की जानकारी दी। हमसे चर्चा में अधिकारी ने बताया कि लोकल स्तर पर आरओ वॉटर प्लांट खुलने की जानकारी नहीं आई है। फिर क्या था डिपार्टमेंट के अधिकारियों ने फैक्ट्री में छापामार कार्रवाई कर दी।
सीजन लगते ही शुरू किया काम
स्टिंग ऑपरेशन के दौरान हमें पता चला कि वाटर प्लांट को हाल ही में शुरू किया गया है। ग्रीष्म ऋतु में पानी पाउच और बोतल की खपत बढ़ जाती है। इसलिए संचालक ने प्लांट खोल दिया। जानकारी के मुताबिक पूर्व के वर्षों में उक्त स्थान पर वाटर प्लांट का संचालन किया जाता रहा है। लेकिन 1-2 वर्षों से प्लांट बंद पड़ा था।
जांच के लिए गए पानी के सैंपल
छापामार कार्रवाई के दौरान फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट के अधिकारियों ने पाउच में बंद पानी का सैंपल भी लिया है, जिसे जांच के लिए लैब भेजा जाएगा। एफएसओ डोमेन्द्र ध्रुव ने बताया कि तुमड़ीबोड पेट्रोल पंप के पीछे संचालित वाटर प्लांट में छापामार कार्रवाई की गई है। संचालक से वैध दस्तावेजों की मांग की गई, लेकिन वह दस्तावेज दिखाने में असमर्थ रहे। इसके चलते प्लांट को बंद करा दिया गया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है।
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