एक्स रिपोर्टर न्यूज़ । राजनांदगांव
जिले के छुरिया ब्लाक अंतर्गत उमरवाही केंद्र में बोर्ड परीक्षा देने पहुंचे वनांचल के स्टूडेंट एक के बाद एक चक्कर खाकर गिर गए। तबीयत बिगड़ने पर स्टूडेंट को स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। इसमें से कुछ स्टूडेंट तो ठीक हो गए, लेकिन कुछ स्टूडेंट की तबीयत अभी भी उसी स्थिति में बनी हुई है। ऐसे स्टूडेंट परीक्षा से वंचित हो गए। इस घटना के बाद ग्रामीणों में अंधविश्वास तेजी से फैल रहा है। आखिर माजरा क्या है? यह जानने के लिए बुधवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम स्टूडेंट के गांव चिखलाकसा पहुंची। हिस्टीरिया जैसे लक्षण वाली इस समस्या से कक्षा दसवीं और नवमी को मिलाकर लगभग 11-12 स्टूडेंट के ग्रसित होने की जानकारी सामने आई है। हालांकि डॉक्टर इसे हिस्टीरिया नहीं बल्कि अन्य तरह की साइकोलॉजिकल प्रॉब्लम का नाम दे रहे हैं।
हेल्थ कैंपेनिंग के लिए अपनी टीम के साथ गांव पहुंचे छुरिया बीएमओ डॉ. उमेश भगत ने बताया कि गांव के बच्चों को कुछ दिनों पहले से ही चक्कर आने जैसी दिक्कतें हो रही थी। हेल्थ चेकअप के दौरान कुछ बच्चों में सिकलिंग पाया गया है। हो सकता है कमजोरी की वजह से बच्चों को यह दिक्कत हुई हो। हिस्टीरिया होने की बात हम पूर्ण रूप से नहीं कह सकते, हो सकता है स्टूडेंट को अन्य तरह की साइकोलॉजिकल प्रॉब्लम्स होगी। कई बच्चे एग्जाम के भय से भी घबरा जाते है। फिलहाल हमने गांव में जरूरी दवाइयां और सप्लीमेंट वितरित किए हैं। बेहतर यही होगा कि बोर्ड परीक्षा के बाद स्टूडेंट को रिहैब सेंटर में रखकर सिलसिले वार काउंसलिंग किया जाए। ज्ञात हो कि इसके पूर्व के वर्षों में जिले के वनांचल में स्कूली बच्चों को तरह की दिक्कतें हुई थी।
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