एक्स रिपोर्टर न्यूज । राजनांदगांव
स्वास्थ विभाग राजनांदगांव द्वारा दवा और मेडिकल सामाग्री खरीदी में अनियमितता बरतने का मामला विधानसभा में भी उठ चुका है। बीते दिनों हुए विधानसभा सत्र में जांजगीर चांपा विधायक ब्यास कश्यप द्वारा यह मामला उठाया गया था। अपने प्रश्न में विधायक ने बताया कि किस तरह फार्मासिस्ट द्वारिका प्रसाद साहू ने सीएमएचओ के साथ मिलकर खरीदी में भारी अनियमितता की है। भंडार क्रय नियम को दरकिनार कर एल-1 से बाहर वाली फर्म को क्रय आदेश दे दिया गया। इससे पहले भी फार्मासिस्ट के विरुद्ध कई मामले सामने आ चुके है। विधायक की ओर से इस संबंध में बतौर साक्ष्य कई महत्वपूर्ण दस्तावेजो को भी दिखाया गया और इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की गई।
मामला गंभीर है। सूचना का अधिकार के तहत प्राप्त दस्तावेजों से रोज नए खुलासे हो रहे है। इसके बावजूद जिला प्रशासन खामोश है। आला अफसर पहले विभागीय जांच की राह देख रहे है। यहां बता दें कि इस मामले में विभागीय जांच तो होने से रही, क्योंकि जांच करने वाले खुद ही इस मामले में घिर चुके है। ऐसे में जांच हुई भी तो निष्पक्षता की गारंटी न के बराबर होगी।
बेहतर तो यही होगा कि विभाग के बाहर के अफसर इस मामले की बारिकी से जांच करें। जांच में और भी खुलासे होंगे। गौरतलब है कि मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ अधिकारी कार्यालय राजनांदगांव द्वारा बीते वर्षों में दवा और मेडिकल सामाग्री की खरीदी में बड़ा गोलमाल कर दिया गया है। मामला फूटते ही विभागीय अधिकारी और कर्मचारी सकते में आ चुके है और खुद को बचाने के लिए नीत नए जुगाड़ में लगे हुए है।
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