एक महीने पहले 5 करोड़ रुपए की लागत से बनी, नहर नाली फूटी, फसल बर्बाद
बेमेतरा जिले के साजा विधानसभा क्षेत्र का मामला
केवतरा में नहर फूटने से किसानों की फसल हुई बर्बाद
गुणवत्ताहीन लाइनिंग निर्माण का खामियाजा भुगत रहे किसान
नहर फूटने के बाद भी विभाग अनजान
बेमेतरा:कृषि मंत्री रवींद्र चौबे के गृहक्षेत्र में बनी नहरों का बुरा हाल है। घटिया निर्माण की वजह से अब नहर भी जबाव देने लगी है। बीते महीने मुंगलाटोला केवतरा में नहर लाइनिंग का काम किया गया था। जो गुरुवार को हुई बारिश के पानी में नहर टूट गईं। जिसके चलते आसपास के खेतों में पानी भर गया। इससे सैकड़ो किसानों के खेतों में लगी धान की फसल नहर के पानी मे डूबने से खराब हो गई।गुणवत्ता की पोल खुली तो इधर विभाग के जिम्मेदार अधिकारी जानकारी नहीं होने की बात कह हाथ खड़े कर रहे हैं। फसल डूबने से अब किसानों की चिंता बढ़ने लगी है।क्योंकि किसानों ने बीते महीने खेत मे धान की बुआई की थी।
5 करोड़ रुपए की लागत से बनी थी नहर
विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक करीब 5 करोड़ की लागत से नहर लाइनिंग का काम किया गया था। किसानों ने बताया की ठेकेदार के द्वारा घटिया निर्माण किए जाने के चलते नहर दो महीने भी नहीं टिक पाई , जो पहली बारिश के पानी में ही टूट गई। किसानों ने बताया कि नहर लाइनिंग निर्माण के दौरान मटेरियल की गुणवत्ता को लेकर भी आपत्ति कर बेहतर मटेरियल का उपयोग किए जाने ग्रामीणों के द्वारा कही गई थी। बावजूद ठेकेदार द्वारा ग्रामीणों की बातों को अनसुना कर घटिया निर्माण किया गया। जिसका ही परिणाम है कि नहर महीने भर भी नही टिक पाई। इसी तरह का हाल जिले में बनाई जा रही अन्य नहरों की स्थिति बनी हुई है। जहां घटिया मटेरियल का उपयोग किया जा रहा है। जिसके कारण नहर साल भर भी नहीं टिक पाती है।
वर्सन
मामले की जानकारी मुझे नहीं है । स्टाफ से जानकारी लेने के बाद भी कुछ बता पाऊंगा। समीर जार्ज
सुप्रीटेंडेंट इंजीनियर
जल संसाधन विभाग
