कर्णकान्त श्रीवास्तव
एक्स रिपोर्टर न्यूज़ । राजनांदगांव
शासन-प्रशासन के नियम कानून से परे ममता नगर इंडस्ट्रियल एरिया में उद्योगपतियों की मनमानी हावी है। उद्योगपति उद्योग मंत्री से पहचान का धौंस दिखाकर अभी तक कार्रवाई से बचते आ रहे हैं। किराए पर चढ़ाने के अलावा लीज में मिली सरकारी जमीन पर फैक्ट्री के बजाय कृषि उपकरण और वाहन का शोरूम खोल दिया गया है।
इंडस्ट्रियल एरिया में कई वर्षोँ से शोरूम का संचालन किया जा रहा है, इसके बावजूद जिला व्यापार एवं उद्योग विभाग के अधिकारियों ने इस ओर कार्रवाई नहीं की। विभागीय सूत्रों की माने तो जब भी किसी अधिकारी ने इस मामले में कार्रवाई करनी चाही तो उन्हें उद्योगपतियों ने उद्योग मंत्री तक पहुंच होने का धौंस दिखाकर खामोश कर दिया। जबकि इस तरह की मनमानी में तत्काल नोटिस देकर भूखंड खाली करवाने का प्रावधान है।
लाखों-करोड़ों का मामला और कलेक्टर खामोश
मामला गंभीर है, ममता नगर इंडस्ट्रियल की जमीन लाखों करोड़ों रुपए की है। उद्योगपतियों की मनमानी से शासन को राजस्व का नुकसान हो रहा है। फिर भी इस मामले को लेकर कलेक्टर की खामोशी समझ से परे है। कलेक्टोरेट से लगे इस इलाके में आखिर अफसरों के हाथ क्यों नहीं पहुंच पा रहे है, इस पर विचार किया जाना अत्यंत आवश्यक है।
नए उद्यमी और स्टार्टअप को दिया जाना चाहिए मौका
ममता नगर इंडस्ट्रियल एरिया में वर्षों से गिनेचुने रसूखदार परिवारों का कब्जा है। ये रसूखदार किमती सरकारी जमीन पर उद्योग का संचालन नहीं कर रहे है। ऐसे में पुराने लीज को निरस्त कर नए उद्यमी और स्टार्टअप को मौका देना चाहिए। इसके लिए शासन योजना भी चला रही है। इसके बाद भी अधिकारी इस ओर दिलचस्पी नहीं दिखा रहे है।
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कर्णकांत श्रीवास्तव
(B.J.M.C.)
सीनियर जर्नलिस्ट, फाउंडर एंड चीफ एडिटर- एक्स रिपोर्टर न्यूज वेबसाइट एवं सेंट्रल रिपोर्टर समाचार पत्र, मीडिया प्रभारी- जिला पत्रकार महासंघ, राजनांदगांव, विशेष सदस्य- प्रेस क्लब राजनांदगांव।
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