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एक्स रिपोर्टर न्यूज़ । राजनांदगांव

रेत के ढेर से लाश निकलने के मामले में पुलिस ने कार्रवाई कर रेत परिवहन में लगे हाईवा मालिक और चालक को गिरफ्तार किया है। जबकि मामले के मुख्य आरोपी यानी अवैध रूप से रेत उत्खनन करवाने वाले और जेसीबी मालिक को दूर छिटका दिया गया है। ऐसे में पुलिस की आधी अधूरी कार्रवाई को लेकर कई सवाल खड़े हो चुके हैं। इस पूरे कांड में हाईवा और जेसीबी मालिक के अलावा ग्रामीणों की भूमिका भी संदेह के दायरे में है।
प्रशासन और खनिज विभाग के नाक के नीचे शहर से लगे ग्राम जंगलेसर में काफी दिनों से शिवनाथ नदी से रेत का अवैध उत्खनन किया जा रहा था। तब किसी अफसर ने कार्रवाई करने की जहमत नहीं उठाई। अब रेत के ढेर में लाश मिलने के बाद फौरी कार्रवाई का दिखावा कर वाहन चालकों को पकड़ा जा रहा है। जबकि इस मामले में सबसे पहले कार्रवाई अवैध रूप से रेत उत्खनन कराने वालों के खिलाफ की जानी थी।

ग्रामीण ही करा रहे थे रेत का अवैध उत्खनन
इन दिनों अंबागढ़ चौकी से लेकर सोमनी धीरी तक ग्राम पंचायत स्तर पर शिवनाथ नदी से रेत का अवैध उत्खनन जोरों से चल रहा है। पूरे गर्मी रेत उत्खनन किया गया तब शिकायत के बावजूद भी खनिज विभाग ने कार्रवाई नहीं की और अब जब सीजन खत्म हो चुका है तब अफसर अवैध उत्खनन के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई दिखाकर अपनी इमेज सुधारने में लगे हैं। जंगलेसर में भी कुछ ऐसा ही हुआ। यहां ग्रामीणों ने शासन के सारे नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए खुद ही अवैध उत्खनन करवाया और अधिकारियों को यह जानकारी दे दी की अवैध उत्खनन से प्राप्त राशि से एनीकट में सुधार कार्य करवा रहे हैं।

शासकीय निर्माण में जरूरत बातकर दिया गैर कानूनी कार्य को अंजाम
जंगलेसर और भरेगांव समेत शिवनाथ नदी से लगे जितने भी गांव हैं वहां के ग्रामीण शासकीय कार्य में जरूरत बताकर अवैध रूप से रेत का अवैध उत्खनन करते रहे। इस भुलावे की आड़ में बाहर से वाहनों को बुलवाकर रेत लोड करवाया गया और प्रति ट्रिप के हिसाब से राशि वसूल की गई। लगातार शिकायत के बावजूद प्रशासन हाथ पर हाथ धरे बैठी रही, क्योंकि सत्ता पक्ष और विपक्ष के नेता और जनप्रतिनिधि कमीशन लेकर ग्रामीणों को संरक्षण दे रहे थे।

कांग्रेस और भाजपा दोनों के शासनकाल में हुआ अवैध उत्खनन

15 वर्षों तक भाजपा के शासनकाल के दौरान भी रेत के अवैध उत्खनन के मामले सामने आते रहे। उस समय भी कार्यवाही के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जाती थी। वर्तमान में सत्ताधारी कांग्रेसी तो भाजपा से भी दो कदम आगे निकल आए हैं। जहां पाए वहां नदी-नाले का सीना चीरकर धड़ल्ले से अवैध उत्खनन करा रहे हैं। गंभीर बात तो यह है कि सब कुछ जानते हुए भी खनिज विभाग के अधिकारी चुप्पी साधे रहे। जब कभी भी खनिज अधिकारी से मामले की शिकायत की जाती है तो वे पर्याप्त स्टॉफ़ नहीं होने का रोना शुरू कर देते हैं। जबकि राजस्व और पुलिस अमले को भिड़ाकर कार्रवाई की जा सकती थी।

बसंतपुर थाना प्रभारी ने दिया जांच का हवाला
रेत अवैध उत्खनन मामले में सिर्फ हाईवा मालिक और चालक की गिरफ्तारी करने के प्रश्न पर बसंतपुर थाना प्रभारी शिवप्रसाद चंद्रा ने कहा कि मामले में अभी जांच पूरी नहीं हुई है। जैसे-जैसे जांच में खुलासा हो रहा है, वैसे वैसे कार्रवाई की जा रही है। जेसीबी के मालिक और चालक के बारे में पतासाजी की जा रही है। साथ ही रेत का अवैध उत्खनन कराने वाले लोगों के बारे में भी पता लगाया जा रहा है। जांच पूरी होने के बाद सभी पर कार्रवाई की जाएगी। अब देखना यह है कि बसंतपुर पुलिस की जांच में मुख्य आरोपियों की गिरफ्तारी होती है कि नहीं?

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कर्णकांत श्रीवास्तव
(B.J.M.C.)
सीनियर जर्नलिस्ट, फाउंडर एंड चीफ एडिटर- एक्स रिपोर्टर न्यूज़ वेबसाइट, मीडिया प्रभारी- जिला पत्रकार महासंघ राजनांदगांव एवं विशेष सदस्य- प्रेस क्लब राजनांदगांव।
मो. 9752886730

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