एक्स रिपोर्टर न्यूज। राजनांदगांव
लगातार शिकायत के बाद बीते दिनों डॉ. चेतन साहू क्लीनिक के निरीक्षण पर पहुंचे जांच टीम ने क्लीनिक की आड़ में अस्पताल संचालन मामले को लेकर संचालक को हड़काया और चेतावनी दी की वे बिना वैध दस्तावेज के ऐसा नहीं कर सकते है।
लेकिन इस पूरे मामले में ठोस कार्रवाई को लेकर संशय के बादल मंडरा रहे है। क्योंकि कायदे से उक्त क्लीनिक को बिना अनुमति अस्पताल संचालित करते पाए जाने पर सीलबंद करना था, लेकिन विभागीय अधिकारी नोटिस देकर मामले को दबाने के प्रयास में लगे हुए है।
जब हमने जांच दल अधिकारी डॉ. अल्पना लुनिया से इस विषय पर बात की तो उन्होंने दो टूक कह दिया कि सीलबंद करने का पॉवर केवल कलेक्टर के पास है, ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्या कलेक्टर स्वयं इस मामले को संज्ञान में लेकर कार्रवाई करेंगे या फिर अन्य मामलों की तरह ही इस प्रकरण को ठंडे बस्ते में डाल दिया जाएगा?
क्लीनिक की आड़ में अवैध तौर पर अस्पताल संचालन का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ और इधर इलाज के दौरान महिला की मौत मामले में परिजनों ने डॉ. चेतन साहू पर गंभीर आरोप लगाए है। परिजनों की माने तो डॉ. चेतन साहू ने महिला को इलाज के लिए जीवन रेखा हॉस्पिटल ले जाने की सलाह दी थी।
परिजनों ने यह भी कहा कि डॉ. चेतन खुद उक्त अस्पताल में सेवा देने आते है। लेकिन महिला को प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराने के बाद तनिक भी ध्यान नहीं दिया गया और लापरवाही के कारण महिला की मौत हो गई। इससे नाराज परिजनों ने अस्पताल में हंगामा कर दिया और लापरवाही बरतने वाले डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। अब देखना यह है कि स्वास्थ विभाग और जिला प्रशासन इस मामले में क्या कार्रवाई करती है?
