राजनांदगांव। इन दिनों CSPDCL में अफसरों और इंजीनियर की मनमानी हावी हो चुकी है। जिसका खामियाजा जनता को भुगतना पड़ रहा है। वर्तमान में प्रचंड गर्मी के बीच मानसून पूर्व मेंटेनेंस के नाम पर शहरी क्षेत्र में घंटों बिजली बंद रखी जा रही है। वह भी किसी पूर्व सूचना के। कायदे से बिजली कंपनी की ओर से आम सूचना जारी कर जनसाधारण को बिजली बंद होने की जानकारी देनी चाहिए मगर कंपनी अफसर इस बात का ध्यान नहीं रख रहे हैं और अपनी मनमानी कर रहे हैं। ऐसे में शहर वासियों को गर्मी से हलाकान होना पड़ रहा है। शनिवार को सुबह शहर के बजरंगपुर नवागांव समेत पटरी पार के कई इलाकों में घंटों बिजली बंद रही। जब इस संबंध में जानकारी लेने के लिए फ्यूज कॉल सेंटर में फोन लगाया गया तो ऑपरेटर विभागीय मेंटेनेंस का हवाला दिया। कंपनी के अधिकारी भी यही कारण बताते रहे। और इस कार्य को मानसून पूर्व मेंटेनेंस का नाम दिया गया। आपको बता दें कि मानसून पूर्व मेंटेनेंस वर्षा ऋतु से पहले जून में किया जाता है। बीते वर्षों में यह कार्य इसी अवधि में किया जाता था ना कि अप्रैल महीने के प्रचंड गर्मी के बीच। लेकिन अधिकारियों के तबादला होते ही बिजली कंपनी की समय सारणी भी परिवर्तित होती नजर आ रही है।
समाचार पत्रों में विज्ञापन देकर दायित्व से इतिश्री
बिजली कंपनी के अफसरों से जब इस मामले में बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि एक या दो समाचार पत्रों में मेंटेनेंस सूचना के संबंध में विज्ञापन दिया गया था। लेकिन कंपनी अधिकारियों को यह ज्ञात होना चाहिए कि केवल विज्ञापन मात्र दे देने से सर्वसाधारण को सूचित नहीं किया जा सकता है इसके लिए समाचार पत्रों में समाचार प्रकाशन के साथ ही लाउडस्पीकर में अनाउंसमेंट भी करवाना चाहिए। ताकि लोगों को यह ज्ञात हो जाएगी इस तिथि को इस समय अवधि में बिजली बंद रहेगी, इससे पूर्व वे अपने जरूरी कार्यों का निष्पादन कर ले। ताकि बिजली बंद होने के दौरान किसी भी कार्य में व्यवधान उत्पन्न न होने पाए।
