भिलाई। श्री शंकराचार्य ग्रुप ऑफ़ इन्टिञानट्यूश्न के चेयरमेन श्री आई. पी. मिश्रा द्वारा 22 मार्च 2023 से 28 मार्च 2023 तक श्री शंकराचार्य मेडिकल कालेज सभागार जुनवानी, भिलाई (छ.ग.) में संगीतमय श्रीमद्भागवत कथा सप्ताह ज्ञानयज्ञ का आयोजन किया जा रहा है। आयोजनकर्ता श्री मिश्रा ने बताया कि श्रीमद्भागवत कथा सुनना और सुनाना दोनों ही मुक्तिदायिनी है तथा आत्मा को मुक्ति का मार्ग दिखाती है।
श्रीमद्भागवत पुराण को मुक्ति ग्रंथ कहा गया है, इसलिए अपने पितरों की शांति के लिए इसे हर किसी को आयोजित कराना चाहिए। इसके अलावा रोग-शोक, पारिवारिक अशांति दूर करने, आर्थिक समृद्धि तथा खुशहाली के लिए इसका आयोजन किया जाता है। श्रीमद्भागवत कथा जीवन-चक्र से जुड़े प्राणियों को उनकी वास्तविक पहचान करता है, आत्मा को अपने स्वयं की अनुभूति से जोड़ता हैं तथा सांसारिक दुख, लोभ-मोह-क्षुधा जैसी तमाम प्रकार की भावनाओं के बंधन से मुक्त करते हुए नश्वर ईश्वर तथा उसी का एक अंश आत्मा से साक्षात्कार कराता है, इसे सुनने मात्र से हजारों अश्वमेघ यज्ञ आयोजनों के बराबर पुण्य की प्राप्ति होती है।
गंगा, गया, काशी, पुष्कर या प्रयाग जैसे तीर्थों की यात्रा से भी अधिक पुण्यकारी है, इसे सुनने वालों को मोक्ष की प्राप्ति होती है इसे सुनने वाले पर स्वयं श्रीहरि विष्णु की कृपा रहती है, इसलिए उसके जीवन की सभी समस्याओं का निवारण होता है, जगत के पालनहार की कृपा दृष्टि मिलने से व्यक्ति के जन्म-जन्मांतर के पाप नष्ट होते हैं तथा जीवन में प्रगति, खुशहाली तथा समृद्धि के द्वार खुलते हैं। उन्होंने बताया कि इसे आयोजित कराने तथा सुनने वाले व्यक्तियों-परिवारों के पितरों को शांति तथा मुक्ति मिलती है। यह व्यक्ति को सभी प्रकार के पितृ-दोषों से निजात दिलाता है।इस कथा को सुनने मात्र से व्यक्ति के जीवन से जुड़ा हर दोष नष्ट होता है, उसकी नकारात्मकता जाती रहती है और हर प्रकार से वह सकारात्मक हो जाता है। उसे स्वास्थ्य, समृद्धि मिलती है तथा भाग्य में वृद्धि होती है। इसे सुनने के क्रम में आत्मिक ज्ञान की प्राप्ति करते हुए आप सांसारिक दुखों से निकल पाते हैं।
मनोकामना पूर्ति होती है। साथ ही उन्होंने कहा कि श्रीहरि के कृपापात्रों को संसार में कोई भयभीत नहीं कर सकता। इसलिए ऐसे व्यक्तियों को बुरी नजर, भूत-प्रेत बाधा आदि से भी मुक्ति मिलती है। पारिवारिक-मानसिक अशांति, क्लेश का नाश होता है, शत्रुओं पर विजय मिलता है तथा उनका शमन होता है। दरिद्रता का नाश, दुर्भाग्य तथा सभी प्रकार से क्रोध-शोक का नाश होता है। जुनवानी भिलाई में हो रहे इस बड़े धार्मिक आयोजन को लेकर धर्म प्रेमी लोगों में भारी उत्साह है। कथा वाचक के रूप में कथा व्यास राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त डॉ. श्याम सुन्दर पराशर जी श्रीधाम वृन्दावन के मुखारविंद से श्रीमद्भागवत कथा श्रवण का लाभ जनमानस को प्राप्त होगा।
जिसमे प्रसंग क्रम में 22 मार्च बुधवार भगवत महात्म्य, 23 मार्च गुरुवार भीष्म स्तुति, परीक्षित जन्म, 24 मार्च सती चरित्र, ध्रुव चरित्र, 25 मार्च रामकथा, नन्द महोत्सव, 26 मार्च माखन चोरी लीला, गोवर्धन पूजा, 27 मार्च महारास रुकमणी विवाह, 28 मार्च सुदामा चरित्र, भगवतसार एवं 29 मार्च को 9 बजे से 11 बजे तक हवन एवं ब्रम्ह्भोज 1 बजे से 27 /9 नेहरू नगर वेस्ट भिलाई में का आयोजन किया जाएगा।

Sub editor