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जिले में अधिक बारिश होने की संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए रेस्क्यू टीम सतर्क रहे – कलेक्टर

जिले में लगातार बारिश से हुए फसल सहित अन्य नुकसान का आकलन तैयार करने के लिए सर्वे करने के दिए निर्देश

जिले के पानी डुबान क्षेत्र और पुल-पुलिया, सड़कों के डुबने वाले क्षेत्रों का चिन्हांकन करें

कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक ने अत्याधिक वर्षा से उत्पन्न स्थिति की समीक्षा और विषम परिस्थितियों से निपटने के लिए अधिकारियों की बैठक ली

कवर्धा। कलेक्टर जनमेजय महोबे और पुलिस अधीक्षक डॉ. लाल उमेंद सिंह ने जिले में विगत दिनों हुई अत्याधिक वर्षा से उत्पन्न स्थिति की समीक्षा के लिए अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने आगामी दिनों में अधिक वर्षा होने की संभावना को ध्यान में रखते हुए विषम परिस्थितियों से निपटने के लिए विभागों को आपसी समन्वय के साथ पूरी तैयारी करने के निर्देश दिए। कलेक्टर श्री महोबे ने कहा कि पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष अधिक बारिश हुई है। लगातार बारिश होने से बाढ़ की स्थिति निर्मित हुई थी। जिला प्रशासन द्वारा बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य किया गया। उन्होंने कहा कि आगामी दिनों में अधिक बारिश होने की संभावनाओं को देखते हुए रेस्क्यू टीम सतर्कता के साथ तैयार रहे। टीम को अधिक सर्तक रहने की जरूरत है। विषम परिस्थिति से निपटने के लिए हमारा सूचना तंत्र मजबूत होना चाहिए। जिससे किसी भी क्षेत्र में जल स्तर बढ़ने पर तत्काल जानकारी मिल सके और रेस्क्यू टीम पहुंचकर शीघ्रता से बचाव कार्य करें। इसके लिए राजस्व और पुलिस विभाग में आपसी समन्वय होना चाहिए। बारिश के दौरान ग्रामीण स्तर पर सरपंच, पटवारी, कोटवार से लगातार संपर्क बनाए रखे और फिल्ड में जाकर क्षेत्र में जलभराव की स्थिति की जानकारी ले। बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में रेस्क्यू के दौरान विभिन्न कैंप स्थापित किया जाना चाहिए। जहां प्रभावित लोगों के रूकने की व्यवस्था हो सके साथ ही भोजन सहित मेडिकल की व्यवस्था सुनिश्चित होना चाहिए।
कलेक्टर श्री महोबे ने कहा कि राहत एवं आपदा प्रबंध टीम के पास रेस्क्यू के आवश्यक सामान उपलब्ध होना चाहिए। लाइफ जैकैट, रस्सी की व्यवस्था पर्याप्त रखे। हर ग्राम पंचायत में रस्सा, टार्च, की व्यवस्था होनी चाहिए जिससे आपातकाल में तत्काल बचाव किया जा सके। इसके साथ ही ग्राम पंचायत में तैराकियों का भी चिन्हांकन होना चाहिए। उन्होंने लोक निर्माण विभाग, पीएचई और पंचायत विभाग को पानी डुबान क्षेत्र और पुल-पुलिया, सड़कों के डुबने वाले क्षेत्रों का चिन्हांकन करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आगामी समय में विषम परिस्थिति आने से पहले उसकी जानकारी रखे और निपटने के लिए तैयार रहे। उन्होंने कहा कि लगातार बारिश होने से फसल, जानवर सहित बिजली से अनेक क्षति हुए है जिसका आकलन किया जाए। जिससे आरबीसी-6-4, फसल क्षति के तहत हुए नुकसान का मुआवजा राशि मिल सके। पटवारी सहित राजस्व अधिकारियों द्वारा इसके लिए सर्वे प्रारंभ किया जाए।  अत्याधिक बारिश के कारण सड़के, आंगनबाड़ी केन्द्र, छात्रावास, स्कूल भवन की स्थिति खराब हुई है इसका मरम्मत कार्य किया जाए। उन्होंने कहा कि भविष्य में अधिक बारिश की विषम परिस्थितियों से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार रहे।
पुलिस अधीक्षक डॉ. लाल उमेंद सिंह ने कहा कि भविष्य में अधिक बारिश के संभावनाओं को देखते हुए रेस्क्यू टीम पूरी तरह सर्तक रहे। आपात स्थिति के लिए पर्याप्त मैनपावर होना चाहिए साथ ही एक्टिव रहकर कार्य करना चाहिए। उन्होंने कहा कि किसी भी आपात स्थिति से बचने के लिए हमारा सूचना तंत्र मजबूत होनी चाहिए। जिससे समय रहते बचाव कार्य किया जा सके। इसमें सरपंच, कोटवार, पटवारी की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। इसके माध्यम से लोकल स्तर की सूचना प्राप्त होती है। सूचना प्राप्त होने पर तत्काल रेस्क्यू टीम को रवाना किया जाए। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों लगातार बारिश होने के बाद राहत है और जल स्तर नीचे आएगा। इसके बाद फसलों और जान माल का नुकसान का आंकलन करने के लिए सर्वे करें जिससे क्षतिपूर्ति राशि मिल सके। बारिश से हुए रोड़ के कटाव, पानी भरने वाले स्थानों में दलदल की स्थिति निर्मित होने की संभावना है। इसके मरम्मत के लिए विभागीय कार्यवाही सुनिश्चित करें। बिजली के खंभे जैसे अनेक समस्याओं की संभावना है इसमें सुधार कार्य किया जाए।

बैठक में अपर कलेक्टर बी.एस. उइके, जिला पंचायत सीईओ संदीप कुमार अग्रवाल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मनीषा ठाकुर रावटे, संयुक्त कलेक्टर सुश्री दिप्ती गौते,  इंद्रजीत बर्मन, सर्व अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व), सर्व अनुवभिगीय अधिकारी (पुलिस) सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।

By Rupesh Mahobiya

Bureau Chief kawardha

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