IMG-20241026-WA0010
IMG-20241026-WA0010
previous arrow
next arrow

हमर तिरंगा अभियान : तिरंगे के रंग में रंगा कवर्धा, केबिनेट मंत्री मोहम्मद अकबर के नेतृत्व में निकली ऐतिहासिक भव्य तिरंगा पदयात्रा

केबिनेट मंत्री अकबर ने भारत माता चौक में 75 फिट उंचा तिरंगा झंडा लगाने की घोषणा

25 हजार से अधिक लोगों ने हाथों में तिरंगा लिए 10 किलोमीटर पैदल चलकर लगाई भारत माता की जय और वंदे मातरम का नारा

शहर का हर गली, मोहल्ला और रास्ता देश भक्ति की आवाज से गुंज उठा

कवर्धा। आजादी के 75 वीं वर्षगांठ अमृत महोत्सव में हमर तिरंगा अभियान के दौरान ऐतिहासिक भव्य तिरंगा पदयात्रा में कवर्धा जिले के नागरिकों में जबरदस्त उत्साह रहा। लगभग 25 हजार से अधिक भीड़ के साथ 10 किलोमीटर पैदल चलकर नागरिकों के हाथों में तिरंगा झण्डा और भारत माता की जय, वंदे मातरम् के नारे से शहर का हर गली, मोहल्ला और रास्ता देश भक्ति की आवाज से गुंज उठा। पूरा कवर्धा शहर तीन रंगों से तिरंगामय सुशोभित होकर राष्ट्र प्रेम का जज्बा हर नागरिकों के दिलों में दिखाई दिया। प्रदेश के वन, परिवहन, आवास एवं विधि विधाई कार्य मंत्री और कवर्धा विधायक मोहम्मद अकबर, जनप्रतिनिधि, नगरवासियों सहित ग्रामीणों ने देश भक्ति की भावना लोगों में जगाने, राष्ट्रीय ध्वज के प्रति सम्मान बढ़ाने और हर घर तिरंगा लहराने के लिए कवर्धा शहर में आयोजित भव्य तिरंगा पदयात्रा में शामिल होकर राष्ट्रीय एकता और अखंडता का संदेश दिया। तिरंगा पदयात्रा प्रारंभ करने के पहले कैबिनेट मंत्री अकबर ने कवर्धा के भारत माता चौक में 75 फीट तिरंगा झंडा लगाने की घोषणा की। इस तिरंगा पदयात्रा में तिरंगा प्रेमियों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। कैबिनेट मंत्री अकबर ने देश की सेवा कर चुके भूतपूर्व सैनिकों को तिरंगा झंडा भेंटकर ऐतिहासिक हमर तिरंगा पदयात्रा का शुभारंभ किया। ऐतिहासिक हमर तिरंगा पदयात्रा में पंडरिया विधायक ममता चंद्राकर, थानेश्वर पाटिला,  कन्हैया अग्रवाल,  नीलकंठ चंद्रवंशी, नगर पालिका अध्यक्ष ऋषि शर्मा, जिला पंचायत उपाध्यक्ष प्रतिनिधि  होरी साहू, जिला पंचायत सदस्य तुकाराम चंद्रवंशी, महेन्द्र कुम्भकार,  फिरोज खान, सावित्री साहू,  गंगोत्री योगी, गणेश योगी, अगम दास अनंत, सीमा अनंत, राजेश शुक्ला, मुकंद माधव कश्यप, पार्षद मोहित महेश्वरी, सुनील साहू सहित बोड़ला, पंडरिया, सहसपुर लोहारा, पिपरिया, पाण्डातराई, तरेगांव, रेंगाखार, कुण्डा, दामापुर, झलमला, दलदली, चिल्फी के गणमान्य नागरिक एवं जनप्रतिनिध तथा पंच-सरपंचगण भी शामिल हुए।
मंत्री अकबर ने गांधी मैदान में तिरंगा पदयात्रा को संबोधित करते हुए कहा कि देशभक्त, शांतिप्रिय और सदभाव में आस्था रखने वाले हम सब आज यहां तिरंगा यात्रा में शामिल होने आए हैं। ये राजनीतिक यात्रा नहीं है ये धर्म या समाज से जुड़ी यात्रा नहीं है, यह तिरंगे की शान में और उसके सम्मान में आयोजित यात्रा है। यह यात्रा हमारा संकल्प है। उन्होंने कहा कि हम तिरंगे की बात करते हैं या जब हम तिरंगा यात्रा निकालतें हैं तो हम ये जानते हैं कि हमारे देश के राष्ट्रीय ध्वज इस तिरंगे ने हमको बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। हम भारत माता के वो सिपाही हैं, जिनकी पीढ़ियों ने इस तिरंगे के लिए कुर्बानियां दीं है। शहादतें दीं सीने पर गोलियां खाई और अपना लहू बहाया है। हम तो वो लोग हैं जो अपनी मां, भारत माता को गुलामी की जंजीरों से मुक्त कराने के लिए दुनिया के शायद सबसे बड़े स्वतंत्रता संग्राम का हिस्सा बने। हमारे पुरखों ने लड़ाईया लड़ी और कुर्बानियां दी। अंग्रेज़ो से आजादी छीन कर हासिल की। अपने देश को एक नई ताकत देने के लिए अपने देश के नागरिकों को गरिमा और सम्मान के साथ जीने का अधिकार देने के लिए हमें एक संविधान दिया और आजादी का यह गौरवशाली प्रतीक तिरंगा हमें सौंपा। हमारे पुरखों ने उस दिन हमसे एक संकल्प लिया था, वो संकल्प था, इस देश की आजादी को सहेज कर रखना। उन्होंने महात्मा गांधी, पंडित जवाहर लाल नेहरू, सरदार पटेल, सुभाष चंद्र बोस या भगत सिंह को स्मरण किया। उन्होंने कहा कि तिरंगे का सम्मान इस बात में है की आज हम संकल्प लें कि हम आधुनिक भारत की उस कल्पना के साथ मजबूती से खड़े रहे। संकल्प लें कि हम अपने लोकतंत्र की रक्षा करेंगे।
मंत्री अकबर ने कहा कि आजादी के लिए सिर्फ लड़ाई ही नहीं लड़ी गई बल्कि अपनी आजादी को बचाने के लिए शहादतें भी दीं। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और राजीव गांधी की शहादतें इस बात का प्रतीक हैं। उन्होंने कहा कि नागरिकों को सूचना का अधिकार, भोजन का अधिकार, शिक्षा का अधिकार और महात्मा गांधी रोजगार गारंटी अधिनियम जैसे रोजगार के कानूनी अधिकार दिए। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में इसी मूल्यों पर काम हो रहा है। आज छत्तीसगढ़ में गांधी जी और नेहरू जी के मॉडल पर हम गरीबी से लड़ रहे हैं, बेरोजगारी को मात देने की कोशिश कर रहे हैं। शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में ऐसे काम कर रहे हैं जिनकी वजह से देश में मुख्यमंत्री भूपेश सरकार के छत्तीसगढ़ मॉडल की चर्चा हो रही है। ऐसी नीतियां बनाई हैं, जिनकी बदौलत अनुसूचित जातियों, जनजातियों और पिछड़ा वर्ग को आर्थिक, सामाजिक रूप से ताकत मिल रहा है। आज छत्तीसढ़ विकास की जो गाथा लिख रहा है वो आधुनिक भारत की हमारी कल्पना को साकार करने की दिशा में ही है।

तिरंगा यात्रा में मंत्री अकबर ने बूढ़ा महादेव मंदिर में पूजा अर्चना कर प्रदेश की खुशहाली की कामना की

कैबिनेट मंत्री मोहम्मद अकबर ने हमर तिरंगा पदयात्रा के दौरान नगर के पंचमुखी बूढ़ा महादेव मंदिर में पूजा अर्चना की। उन्होंने पूजा अर्चना कर प्रदेश की खुशहाली की कामना की। उन्होंने पंचमुखी बूढ़ा महादेव से आशीर्वाद प्राप्त किया।

हमर तिरंगा पदयात्रा में जगह-जगह हुआ भव्य स्वागत

ऐतिहासिक हमर तिरंगा पदयात्रा के दौरान कैबिनेट मंत्री  मोहम्मद अकबर और पदयात्रियों का कवर्धा शहर के फोर्स ऐकेडमी, स्वयंसेवी संगठन, व्यापारी संगठनों, गणमान्य नागरिकों द्वारा पुष्पगुच्छ और मिठाई खिलाकर ऐतिहासिक हमर तिरंगा रैली का जगह-जगह स्वागत और अभिनंदन किया।

कवर्धा शहर के इन स्थानों से गुजरी ऐतिहासिक हमर तिरंगा यात्रा

आजादी के 75 वीं वर्षगांठ और अमृत महोत्सव के अवसर पर हर नागरिकों के मन में राष्ट्र और राष्ट्रीय ध्वज के प्रति सम्मान बढ़ाने, देश भक्ति का संदेश देने के साथ हर घर तिरंगा लहराने के लिए कवर्धा शहर में भव्य तिरंगा यात्रा निकाली गई। यह तिरंगा यात्रा अंबेडकर चौक (भारत माता सौंदर्यीकरण स्थल) से प्रारंभ होकर कवर्धा नगर पालिका के सभी वार्डों के मुख्य मार्गों से होते हुए गांधी मैदान में संपन्न हुआ। तिरंगा पदयात्रा भारत माता चौक से प्रारंभ होकर राजमहल चौक से होते हुए बुढ़ा माहदेव मंदिर, करपात्री चौक, सराफा बाजार मार्ग, ऋषभदेव चौक बिलासपुर मार्ग होते हुए दर्री पारा, ठाकुर देव चौक, नवीन बाजार, कड़रापारा मोड़, मॉ कर्मा चौक, परशुराम चौक पहुंचे इसके बाद दैहान चौक, कलेक्टर कालोनी, शिव मंदिर, गंगानगर पानी टंकी, बिजली ऑफिस मार्ग से होते हुए जय स्तंभ चौक पहुंचे। इसके बाद महावीर स्वामी चौक होते हुए अजाद चौक, गुरूनानग मार्ग से होते हुए गांधी मैदान में पहुंचे। कैबिनेट मंत्री अकबर एवं पंडरिया विधायक ममता चंद्राकर ने गांधी मैदान में स्थापित ऐतिहासिक शहीद स्मारक का पूजा-अर्चना कर स्वतत्रंता संग्राम सेनानियों को याद किया।

By Rupesh Mahobiya

Bureau Chief kawardha

error: Content is protected !!