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फोक, आगर, सकरी नदी व अन्य बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में फसे 50 से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाला गया

कलेक्टर ने प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया, कलेक्टर की मौजूदगी में बाढ़ आपदा एवं राहत प्रबंधन के कार्य जारी रहा

कलेक्टर के निर्देश पर सभी एसडीएम, राजस्व अधिकारी, पुलिसबल व राहत टीम के साथ कर रहे है बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों को दौरा

फोक नदी में ग्राम खैरवार में फसे 11 लोगों को सरक्षित निकाल गया

ग्राम बानों में 19 लोगों को रेस्क्यू दल व जनसहयोग से सुरक्षित निकाला गया

आगर नदी के किनारे व सैइयामालगी में बाढ़ से फसे 30 लोगों को सुरक्षित निकाला गया

कवर्धा। कबीरधाम जिले में पिछले 36 घंटो से हो रही लगातार बारिश से जिले के कवर्धा, बोड़ला, सहसपुर लोहारा और पंडरिया विकासखण्ड के वनांचल क्षेत्रों सहित नदी-नाले किनारें गांवों में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। कलेक्टर जनमेजय महोबे के निर्देश पर जिले के सभी एसडीएम, तहसीलदार, पुलिस और जिला सेनानी के जवानों के द्वारा जिले में बाढ़ की स्थिति पर सतत मॉनिटरिंग की जा रही है और जरूरत के आधार पर राहतदल द्वारा बाढ़ प्रभावितों को राहत पहुंचाई जा रही है।
कलेक्टर जनमेजय महोबे जिले में लगातार हो रही बारिश की स्थिति को देखने स्वयं बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में मोटर सायकल से पहुंचे और राहत कार्य का जायता लिया। उन्होंने बताया कि जिले के प्रमुख नदी सकरी, आगर, और फोक नदीं में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। इन नदी के किनारे वाले सभी गांवों तथा अन्य बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जिला प्रशासन की टीम में मुनादी करा कर लोगों को चिन्हांकित राहत शिविरों तथा उनके प्रभावितों के जान-पहचान वाले घर व रिस्तेदारें के घर जनसहायोग से ठहराने का काम किया जा रहा है। फोक और आगर नदी के किनारे वाले गांव खैरवार और सैइयामालगी के आसपास के बाढ़ क्षेत्रों से लगभग 40 लोगों को प्रशासनिक अधिकारियो और जनसहयोग से सुरक्षित निकाला गया है और राहत शिविर व अन्य सुरक्षित स्थानों में ठहरने की व्यवस्था बनाई गई है।
कलेक्टर जनमेजय महोबे ने प्रशानिक अधिकारियों के साथ कवर्धा विकासखण्ड के ग्राम खैरवार और मरका गांव सहित अन्य बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों को दौरा किया और प्रशासनिक तथा जनसहयोग से जारी बाढ़ आपदा प्रबंधन के कार्यों का जायजा भी लिया। खैरवार गांव फोक नदी के किनारे बसा हुआ है। यह कवर्धा विकासखण्ड के सरहदी क्षेत्र है, इस नदी के दूसरे छोर में पंडरिया विकासखण्ड प्रांरभ हो जाता है। फोक नदी के बाढ़ में खैरवार के 11 लोग एक रात के फसे हुए थे, जिसमें चार पुरूष, तीन महिला और चार बच्चे और उनके कुछ मेवशी भी थे। सभी को राहत एवं बचाव दल द्वारा सुरक्षित निकाल लिए गए है। इसी प्रकार ग्राम बानों में 19 लोग बाढ़ में फसे हुए थे। खबर लिखे जाने तक 8 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया था,बाकि 11 लोगों को सुरक्षित निकालने में राहत एवं बचाव दल द्वारा काम जारी है। इसी प्रकार पंडरिया विकासखण्ड के ग्राम सैइयामालगी में बाढ़ से फसे 30 लोगों को प्रशासनिक टीम और जनसहयोग से सुरक्षित निकाल लिया गया है। सभी को उनके बताए गए जान-पहचान व रिस्तेदारों के यहां ठहराया गया है। ग्राम रबेली में तीन परिवारों को सुरक्षित निकाला गया है।
कलेक्टर जनमेजय महोबे ने निर्देश पर जिले के सभी विकासखण्डों में राजस्व अनुविभगीय, तहसीलदार, जनपद पंचायत सीईओ पुलिस, जिला सेनानी की संयुक्त टीम एव जनसहयोग से जिले के सभी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सतत मॉनिटरिंग की जा रही है और उन क्षेत्रों में राहत शिविर बना कर प्रभावितों को ठहराने का काम भी किया जा रहा है। कलेक्टर श्री महोबे ने बताया कि पोड़ी, रेबेली, रोचन, चिमरा, सहित बोड़ला और पंडरिया के वनांचल क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति को देखते हुए बाढ़ प्रभवित क्षेत्रों के गांवों में कोटवारों के माध्यम से मुनादी करा कर अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए। साथ ही बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सभी शासकीय भवनों, मंगलभवनों में राहत शिविर के उपयोग के लिए अधिकारियों को कहा गया है। जरूरत के आधार पर सभी राहत शिविरो में राशन,खाने पीने के समान, बिजली अथवा प्रकाश की व्यवस्था करने के निर्देश दिए है। बाढ़ से प्रभावित लोगों को तत्काल राहत पहुंचानके लिए सभी नायाब तहसीलदारों को पटवारी, सचिव, नगर सैनिक की संयुक्त टीम बनाए गए है। कलेक्टर ने जल संसाधन विभाग के अधिकारी को जिले के सभी पांच मध्यम जलाशलय में जल भराव, उलट की स्थिति व ओवर फलो की स्थिति पर चौबिसों घंटे मॉनिटरिंग करने एवं पल-पल की खबर देने के लिए कहा गया है।

By Rupesh Mahobiya

Bureau Chief kawardha

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