- राजनीति विज्ञान विभाग में तिलक जयंती का आयोजन
राजनांदगांव। शासकीय दिग्विजय महाविद्यालय, प्राचार्य डॉ.के.एल.टांडेकर निर्देशन में एवं विभागाध्यक्ष डॉ. अंजना ठाकुर के मार्गदर्शन में राजनीति विज्ञान विभाग में तिलक जयंती का आयोजन किया गया। विषय विशेषज्ञ के रूप दर्शनशास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. एच. एस. ऑलरेजा रहे। उन्होंने बताया कि तिलक का भारतीय संस्कृति एवं परंपरा पर आधारित दर्शन ही उन्हें स्वराज प्राप्ति हेतु प्रेरित करता है। आगे उन्होंने बताया कि किस प्रकार से उन्होंने जनमानस को राष्ट्रीय आंदोलन से जोड़ने सार्वजनिक गणेश उत्सव शुरू किया तथा सामान्य लोगो को आपस में जुड़ने के लिए एक मंच दिया जिससे वे एक दूसरे के विचारो को साझा कर सके तथा आपस में विचार विमर्श कर स्वराज्य हासिल करने का मार्ग प्रशस्त कर सके। तिलक ने स्वराज्य मेरा जन्म सिद्ध अधिकार है और मैं इसे लेकर ही रहूंगा का नारा दिया था।
विषय प्रवर्तन करते हुए विभागाध्यक्ष डा. अंजना ठाकुर ने बताया कि स्वतंत्रता आंदोलन में गरम दल की विचारधारा का प्रतिनिधित्व करने वाले बाल गंगाधर तिलक का जन्म 23 जुलाई 1856 को रत्नागिरी महाराष्ट्र में हुआ था. उन्होंने अंग्रेजी भाषा में मराठा एवम मराठी में केसरी समाचार पत्र निकाले। उन्होंने गीता रहस्य,द आर्कटिक होम ऑफ द वेदाज, द ओरिओन’ आदि पुस्तके लिखी थी।
भारतीय असंतोष के जनक बाल गंगाधर तिलक ने स्वराज्य प्राप्ति के लिए स्वदेशी एवं स्वशासन को महत्वपूर्ण बताया। विभागाध्यक्ष डॉ. अंजना ठाकुर ने अतिथि का स्वागत किया, संचालन संजय सप्तर्षि ने एवं धन्यवाद ज्ञापन हेमंत नंदा गौरी ने किया। उक्त अवसर पर एम ए तृतीय सेमेस्टर, बी ए द्वितीय एवं तृतीय वर्ष के छात्र उपस्थित रहे।

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