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राजनांदगांव। जिले में कोरोना काल 2019-20 और 2020-21 में जब सरकारी स्कूल बंद थे तो मध्यान भोजन पकाने के लिए 2 करोड़ 34 लाख रूपये के गुणवत्ताहीन किचन डिवाईस खरीदी कर वितरण किया गया था जिसकी जांच अब आरंभ हुई और जांच समिति के द्वारा तत्कालिक डीईओ सोम को जांच समिति के समक्ष उपस्थित होने समन जारी किया गया और जिला शिक्षा अधिकारी आरएल ठाकूर को समन तामिल कराने का निर्देश दिया गया है।
फैकट फाईल
1.डीईओ सोम ने संबंधित फर्म को दिनांक 25/02/2021 को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिनांक 15/03/2021 तक नोटिस का जवाब प्रस्तुत करने का समय दिया था तो फिर निर्धारित तिथि के पूर्व यानि दिनांक 23/02/2021 को संबंधित फर्म को राशि भुगतान कैसे कर दिया गया?
2.भुगतान करने के दो दिवस पश्चात् यानि दिनांक 25/02/2021 को कारण बताओ नोटिस जारी किया और कंपनी के उपर आरोप लगाया गया कि कंपनी ने गुणवत्ताहीन बर्तन सप्लाई की है।
3.डीईओ सोम को जब यह जानकारी हो गया था कि सप्लाई की गई बर्तन गुणवत्ताहीन है तो संबंधित कंपनी को भुगतान क्यों की किया गया?
4.डीईओ सोम को जब यह मामूल हो गया था कि सप्लाई की गई बर्तन गुणवत्ताहीन है तो उसी घाटिया क्वालिटी के बर्तन को वितरण क्यों कराया गया?
5.छ.ग. विधान बजट सत्र 2022 में राजनांदगांव विधान सभा के विधायक एंव पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के सवाल क्रमांक 28 का जवाब देते हुए वर्तमान में पदस्थ डीईओ आरएल ठाकूर ने विधान सभा को बताया था कि राजनांदगांव बर्तन खरीदी सत्र 2019-20 और 2020-21 में शासन को किसी प्रकार की कोई आर्थिक क्षति नही हुआ है और ना ही कोई भ्रष्टाचार हुआ है लेकिन तत्कालिक जिला शिक्षा अधिकारी हेतराम सोम ने संबंधित कंपनी को दिनांक 25/02/2021 को कारण बताओ नोटिस जारी कर यह कहा था कि आपने शासन को भारी आर्थिक क्षति पंहुचाया है क्यों ना आपकी कंपनी को काली सूचि में डालने की कार्यवाही किया जाए।
6.जिला शिक्षा अधिकारी आरएल ठाकूर और तत्कालिक जिला शिक्षा अधिकारी हेतराम सोम, दोनो ने छ.ग. विधान सभा में बर्तन खरीदी में शासन को हुए भारी आर्थिक क्षति और भ्रष्टाचार के संबंध में मिथ्या व भ्रामक जानकारी दिया गया।

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