प्रत्येक युवा हेतु इतिहास का ज्ञान आवश्यक – जिलाधीश सिन्हा
राजनांदगांव। शासकीय दिग्विजय महाविद्यालय में प्राचार्य डाॅ.के.एल. टांडेकर के मार्गदर्शन में इतिहास विभाग द्वारा राजनांदगांव जिले के जिलाधीश तारन प्रकाश सिन्हा के व्याख्यान का आयोजन किया गया। माननीय जिलाधीश ने प्राचीन आधुनिक भारत पर अनेक दुर्लभ उदाहरणों को प्रस्तुत करते हुए बताया कि इतिहास के विद्यार्थी को समग्र दृष्टि से अध्ययन करना चाहिए, यदि वह सभी पक्षों द्वारा इतिहास का अध्ययन करता है तो उसे भारत की सर्वसमावेशी, विविधता पूर्ण संस्कृति का ज्ञान होता है। भारत धर्म, जाति, भाषा, संस्कृति नस्ल आदि विविधताओं से भरा हुआ देश है, इसकी एकता को खण्डित नहीं किया जा सकता है। भारत अलग-अलग पंखुडियों से बना एक पुष्प है। उन्होंने आजादी को अमृत महोत्सव के अवसर पर विद्यार्थियों से आजादी के नायको सुभाष चन्द्र बोस, महात्मा गांधी, भीमराव अम्बेडकर को याद करते हुए कहा कि युवाओं को यह नहीं भुलना चाहिए कि आजादी कितनी कठिनाइयों से प्राप्त हुई है। इस अवसर पर प्राचार्य डाॅ.के.एल. टांडेकर ने माननीय जिलाधीश का महाविद्यालयीन परिवार की तरफ से स्वागत करते हुए कहा कि हमारा सौभाग्य है कि हमारे महाविद्यालय के विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन करने के लिए जिलाधीश महोदय का आगमन हुआ है।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए इतिहास विभाग के विभागाध्यक्ष डाॅ. शैलेन्द्र सिंह ने कहा कि जिलाधीश महोदय ने इतिहास के जिन तमाम पक्षों की सरलतापूर्वक व्याख्यान की है। डाॅ. सिंह ने वर्तमान पीढ़ी को आजादी का मूल्य समझना होगा, हमने काफी संघर्षो के बाद आजादी पाई है। वर्तमान समय में हमें इतिहास का महत्व समझना होगा और अपनी पुरानी गौरव शाली संस्कृति को प्राप्त करना होगा।
ऐतिहासिक दस्तावेजों की प्रदर्शनी- आशीष दास भिलाई के द्वारा ऐतिहासिक दस्तावेजों की प्रदर्शनी का आयोजन किया गया, जिसमें गांधी जी के पत्रों के साथ-साथ, गांधी जी के विभिन्न लेखो हरिजन समाचार पत्र की कापी तथा 1857 की क्रान्ति के समय के बटन को भी प्रदर्शनी के समय दिखाया गया।
प्रो. हीरेन्द्र बहादूर ठाकुर ने धन्यवाद ज्ञापन दिया। इस कार्यक्रम में प्रो. एच.एस. अलरेजा, प्रो. विकास काण्डे, प्रो. संजय सप्तर्षि, प्रो. हेमंत नन्दागौरी, श्री शरद तिवारी, प्रो. हेमलता साहू, प्रो. मोहित साहू सहित इतिहास विभाग के विद्यार्थी के साथ-साथ एन.सी.सी., एन.एस.एस. तथा महाविद्यालय के विद्यार्थी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।

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