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राजनांदगांव। शिक्षा विभाग में लगातार 19 महीनों से भ्रष्टाचार के मामले एक के बाद उगाजर हो रहे है। शासकीय राशि का दुरूपयोग, वित्तीय अनियमतिता के सभी दस्तावेज विभाग में उपलब्ध है। विभाग में करोड़ों के फर्नीचर खरीदी हो या बर्तन खरीदी, सामग्री खरीदी में खुलेआम भ्रष्टाचार हुआ। गुणवत्ताहीन सामग्री की खरीदी कर वितरण कर दिया गया, लिखित शिकायत हुआ, लेकिन मामला ठंड़े बस्ते में डाल दिया गया। मुख्यमंत्री से लेकर शिक्षामंत्री तक दस्तावेज दिए गए और जानकार बताते है निलंबन की फाईल मंत्री बंगले तक पंहुचाई गई, लेकिन वहां भी फाईल दब गई और अब विभाग में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर पंहुच गई।
छत्तीसगढ़ पैरेंट्स एसोसियेशन ने राज्य अपराधिक अन्वेषण ब्यूरो में दस्तावेजी साक्ष्य के साथ अब जिला शिक्षा अधिकारी हेतराम सोम पर अपराधिक मामला दर्ज करने की मांग की गई है, क्योंकि जो करोड़ो की फर्नीचर (कार्यालय-विद्यायार्थी) क्रय किया गया उसका अग्रिम भुगतान किया गया, जबकि सामग्री की संपर्ण आपूर्ति तक नहीं किया गया और ना ही विभागीय भौतिक सत्यपान कराया गया था।
करोड़ों के मध्याह्न भोजन पकाने के लिए किचन डिवाईस की खरीदी किया गया, जिसके भौतिक सत्यपान रिपोर्ट में लिखा हुआ है कि बर्तन निर्धारित मानको के अनुरूप नही है, गुणवत्ताहीन है उसे वापस कर निर्धारित मानको के अनुरूप किचन डिवाईस आपूर्ति किया जाए, लेकिन संबंधित फर्मो के साथ सांठ-गांठ कर उसी घटिया क्वालिटी के बर्तन को वितरण कर दिया गया। इस प्रकार जान-बुझकर सुनियोजित ढंग से शासन को वित्तीय क्षति पंहुचाया गया।
छत्तीसगढ़ पैरेंट्स एसोसियेशन के प्रदेश अध्यक्ष क्रिष्टोफर पॉल का कहना है कि विभाग में दस्तावेजी साक्ष्य उपलब्ध है कि जिला शिक्षा अधिकारी हेतराम सोम ने शासकीय राशि का दुरपयोग किया गया, वित्तीय अनिमियतता किया गया। कानून के ऊपर कोई नहीं है, निष्पक्ष जांच होना चाहिए और सभी दोषियों के विरूद्ध अपराध दर्ज होना चाहिए, हालांकि विभागाध्यक्ष होने के नाते जिला शिक्षा अधिकारी हेतराम सोम पूर्णतः उत्तरदीय है।
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