5 महीने से नहीं मिला वेतन, नाराज धान संग्रहण केंद्र के मजदूरों ने किया 3 घंटे चक्काजाम, 15 दिन के लिखित आश्वासन पर माने
जिले के 64 मजदूरों को 5 महीने से नहीं मिला है वेतन
फ़ोटो: बेरला मार्ग में सरदा हाईस्कूल के सामने चक्काजाम करते मजदूर
बेमेतरा: 5 महीने से मजदूरी राशि नहीं मिलने से नाराज
सरदा-लेंजवारा धान संग्रहण केंद्र के मजदूरों ने मंगलवार को सरदा हाईस्कूल के पास चक्काजाम कर दिया। जिले के अधिकांश केंद्र के मजदूरों का यही हाल है , जिन्हें वेतन के लिए महीनों अधिकारी के दफ्तर का चक्कर लगाना पड़ता है। बावजूद वेतन देने में आनाकानी की जाती है। जिले के 64 मजदूरों को 5 महीने से नहीं मिला है वेतन
वेतन नहीं मिलने से कोरोनाकाल में मजदूरों को आर्थिक संकट से गुजरना पड़ रहा था। जिससे सभी परेशान थे। मजदूर गुमान निर्मलकर ने बताया कि कलेक्टर, डीएमओ सहित कई अधिकारियों से फरियाद लगाने के बावजूद मजदूरी नहीं मिली। जिसके चलते चक्काजाम का निर्णय लेना पड़ा। अश्वन कुमार ने बताया कि मेहनत करने के बाद भी समय पर मजदूरी नहीं मिलता है। जिससे घर का खर्च चलाना मुश्किल हो रहा है। विपणन अधिकारी ने 15 दिन के भीतर मजदूरी भुगतान किए जाने का लिखित आश्वासन दिया।तब कही जाकर मजदूर माने। साथ ही सड़क खाली किया।
जिला पंचायत सभापति राहुल टिकरिया ने दिया समर्थन
भाजपा जिला सहकारिता प्रकोष्ठ के जिला संयोजक एवं जिला पंचायत सभापति बेमेतरा राहुल योगराज टिकरिहा ने मजदूरों के समर्थन में उतरे जहाँ चक्काजाम के दौरान जमकर नारेबाजी भी की। राहुल ने बताया कि धान संग्रहण केंद्र के कर्मचारियों व मजदूरों के द्वारा लगातार मजदूरी भुगतान नहीं होने की शिकायत लगातार मिल रही रही थी। मजदूर साथियों के साथ मिलकर चक्काजाम किया गया। जिला विपणन अधिकारी ने 15 दिनों के भीतर मजदूरी भुगतान करने का लिखित आश्वासन दिया है। साथ ही डीएम से फोन पर बात होने पर अतिशीघ्र भुगतान करने का आश्वासन दिया गया। उन्होंने बताया कि दीपावली के पूर्व में मजदूरो ने चक्ककाम किया था। तब कही जाके मजदूरी मिली थी। कोविड-19 संकट दौर में मजदूरों को आर्थिक समस्या का सामना करना पड़ा था। विपणन अधिकारी से आग्रह किया कि मजदूरों को उनका भुगतान हर माह किया जाए, ताकि मजदूरों को किसी तरह की समस्या न हो।
चक्काजाम से यातायात रहा बाधित, सड़क किनारे वाहनों की लगी लाइन
मजदूरों ने बेमेतरा-बेरला मार्ग में सरदा के पास चक्काजाम करने के चलते यातायात करीब 3 घंटे तक बाधित रहा। इसके कारण सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी लाइन लगी रही। चक्काजाम में धान संग्रहण केंद्र के मजदूरों में दिलीप यादव, यशवंत साहू, दीनदयाल, यशवंत देवांगन, गुमान निर्मलकर, अश्वन कुमार, इमरान अली, दिनदयाल साहू, मुकेश चंदेल, कीर्ति साहू, नरेंद्र सिन्हा, गणपत सिन्हा, योगेश साहू, गजेंद्र वर्मा, सालिक साहू, कुशल साहू, हमीद बैग, विनोद साहू, बोधन साहू, हुलास साहू, बलराम साहू, गोवर्धन साहू, चिमन साहू, रवि देवांगन, देवलाल देवांगन, गोविंद वर्मा, ईश्वर साहू, दिनेश्वर साहू, डामन देवांगन, वेदप्रकाश देवांगन, मन्नू साहू, हीरा साहू, लखन साहू, राजेश साहू, टहल यदु, गणेश निर्मल, महमूद खान, बरातू साहू, खड़ानंद साहू, उतरा साहू, रामकुमार साहू, योगेंद्र ठाकुर, सुशील मानिकपुरी, महेश सिन्हा, राजू साहू, दीपक चंदेल, नरेश दाऊ, केशव कौशले, विजय साहू, मनोज कौशले, पोषण बघेल, बेदू साहू, अरुण साहू, शत्रुहन साहू, यशवंत बनाफर, भारत साहू, धनराज साहू, कृष्णा साहू, खेदू साहू, लेखन मानिकपुरी, अनिल साहू व अन्य मजदूर मौजूद थे।
चक्काजाम के दौरान पुलिस बल रही तैनात
चक्काजाम की सूचना पर जिला विपणन अधिकारी आशुतोष कोसरिया, बेरला तहसीलदार कुर्रे, नायाब तहसीलदार पारस वेंताल पहुँचे थे। जहाँ सभी ने मजदूरों से चर्चा कर राशि जल्द ही दिलवाने का आश्वासन दिलाया। इस दौरान थाना प्रभारी बेरला सहित बड़ी सँख्या में पुलिस के जवान मौजूद थे। ताकि किसी तरह की तनाव की स्थिति न हो।
