राजनांदगांव। मां बम्लेश्वरी देवी की पावन धरा पर दिनांक 12 एवं 13 अप्रैल को होटल केसरी नंदन में सेवारत एवं सेवा निवृत्त कुष्ठ चिकित्सा कर्मचारियों का संवेदना सरोकार महासम्मेलन आयोजित किया गया। जिसमें दिनांक 12 अप्रैल को मुख्य अतिथि के रूप में मां बम्लेश्वरी देवी समिति के अध्यक्ष श्री मनोज अग्रवाल जी एवं दिनांक 13 अप्रैल को मुख्य अतिथि के रूप में डोंगरगढ़ विधायक श्रीमती हर्षिता बघेल जी की उपस्थिति में सम्मेलन संपन्न हुआ।
सम्मेलन के संयोजक श्री आर डी गर्ग जी ने बताया कि यह सम्मेलन 40 वर्ष बाद आयोजित किया जा रहा है जिसमें आपसी मिलन एवं कुष्ठ रोग के प्रति सामाजिक भय, भ्रम व भ्रांति को दूर करने हेतु सरलतम प्रयासों पर चर्चा की गई। साथ ही आधुनिक तकनीकी से कुष्ठ रोगियों के उपचार के संबंध में विस्तृत चर्चा की गई और विधायक से आग्रह किया गया कि वर्तमान में शासन द्वारा कर्मचारियों के साथ भेदभाव तरीके से निर्णय लिए जा रहे हैं। क्योंकि जब पीड़ित मानव की सेवा में जुटे कर्मचारी ही पीड़ित होंगे तो निश्चित रूप से उनकी सेवा का आकलन सही तरीके से नहीं किया जा सकता। मुख्य अतिथि से आग्रह किया गया कि यदि आपके द्वारा कर्मचारियों को मिलने वाली सुविधाओं वेतन विसंगति पर ध्यान देते हुए शासन स्तर पर प्रयास किया जाएंगे तो निश्चित रूप से सकारात्मक परिणाम आएंगे।
मुख्य अतिथि के रूप में विधायक द्वारा कुष्ठ कर्मचारियों के हितों में निर्णय हेतु उच्चस्तरीय प्रयास करने हेतु आस्वस्त किया गया। इस सम्मेलन में मध्य प्रदेश एवं छत्तीसगढ़ के लगभग 250 लोगों ने हिस्सा लिया सर्वप्रथम सभी का पंजीयन हुआ तत्पश्चात कार्यक्रम का शुभारंभ मां बम्लेश्वरी देवी व हनुमान जी की प्रतिमाओं पर दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया ।
सतना जिले के वरिष्ठ सेवानिवृत्ति सुपरवाइजर श्री आर बी शर्मा जी एवं श्री अशोक चतुर्वेदी जी ने कहा कि 2 वर्ष पश्चात मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़ के सभी कर्मचारी सेवा निवृत्त हो जाएंगे। तब इस कार्यक्रम पर प्रश्न चिन्ह खड़े हो जाएंगे। कुष्ठ के प्रति तथा कुष्ठ कर्मचारियों के प्रति शासन द्वारा उपेक्षा की जा रही है। क्योंकि जिस प्रकार की सुविधा मिलनी चाहिए वह नहीं मिल पा रही है। जो कर्मचारी सेवा निवृत्त हो रहे हैं उन पदों को विलुप्त किया जा रहा है और कोई नई भर्ती नहीं की जा रही है। इस कारण कहीं कुष्ठ का प्रभाव दर पुराने समय जैसे हो जाने से इंकार नहीं किया जा सकता।
नियमित पदों के विरूद्ध पदों पर पदस्थ कर्मचारियों की मांग रखते हुए श्री शिवेंद्र शुक्ला ने कहा कि 32 वर्ष पूर्व 1993 में भर्ती कर्मचारियों को शासन द्वारा डीए तथा समयमान वेतनमान का लाभ प्रदान किया जाए।
अन्य कई कर्मचारियों द्वारा अपने अपने विचार व्यक्त किए गए। सभी वरिष्ठ जनों द्वारा अगला सम्मेलन जनवरी 2026 में उज्जैन मध्य प्रदेश में आयोजित करने हेतु निर्णय लिया गया।
अंत में सम्मान करते हुए कर्मचारियों द्वारा विधायक को शाल और श्री फल व स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। विधायक द्वारा कार्यक्रम में सम्मिलित सभी कर्मचारियों को मानवीय कार्य के लिए स्मृति चिन्ह भेंट किया गया। सतना जिले से प्रमुख रूप से बालमुकुंद सेन, पी आर तिवारी, शिवानंद द्विवेदी ,कृष्ण कुमार गौतम, विश्वनाथ सेन तथा रीवा से श्री अखिलेश तिवारी एवं छत्तीसगढ़ से आर. के. थवाईत, प्रमोद तिवारी, चितरंजन शाह, वीरेन्द्र नामदेव, चन्द्रशेखर गायकवाड़, नेहरू शर्मा, रमेश सोनी, एस.एम. नायडू, संतोष चौहान, अविनाश शर्मा, अरुण शुक्ला, एच.एन. साहू, तन्मय घोष, कमल गौतम, सुरेश मालेकर, मेघनाथ भुआर्य, गुणसागर रामटेके सहित 200 प्रतिभागी शामिल हुए।
अंत में आयोजन समिति के संयोजक आर के थवाईत ने इस सम्मेलन के सभी अतिथियों, भारतीय स्टेट बैंक सी पी पी सी के अधिकारी, मध्यप्रदेश छत्तीसगढ़ के सभी साथियों को श्री सीताराम कश्यप फार्मेसी कॉलेज राहौद, सम्मेलन में परोक्ष, अपरोक्ष सहयोगी, प्रेस क्लब डोंगरगढ़, स्मारिका के विज्ञापन दाताओं, सम्मेलन में आए मध्यप्रदेश छत्तीसगढ़ के साथियों का समिति की ओर आभार व्यक्त किया।
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