IMG-20241026-WA0010
IMG-20241026-WA0010
previous arrow
next arrow

राजनांदगांव। लोकतंत्र सेनानी संघ के राष्ट्रीय नेतृत्व के निर्णय पर संपूर्ण देशभर के लोकतंत्र सेनानी 26 नवंबर” संविधान दिवस” पर दिल्ली के जंतर मंतर पर विशाल धरना प्रदर्शन “लोकतंत्र की हत्या का हत्यारा कौन ?”की मांग को लेकर केंद्र शासन से मांग करेंगे कि देश की जनता को यह बताया जाए कि आजादी के बाद से आज तक कांग्रेस सरकार ने कब-कब संविधान की हत्या अपने निहित स्वार्थ के लिए की? सन 1975 से 1977 के मध्य लगाया गया आपातकाल लोकतंत्र व संविधान की हत्या का सबसे बड़ा जीवंत उदाहरण है। मनोज निर्वाणी ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने प्रतिवर्ष “25 जून को लोकतंत्र की हत्या दिवस” घोषित किया है उसका हम स्वागत करते हैं परंतु देश की भावी पीढ़ी को यह जानने का नैतिक अधिकार है कि आखिर लोकतंत्र का हत्यारा कौन है? क्यों 25 जून को लोकतंत्र हत्या दिवस मनाया जावे? यह घोर अपराध किसने किया? क्यों लाखों निरपराध लोगों को 21 माह तक जेल की यातनाएं दी गई? क्यों न्यायालयों व मीडिया की आजादी छीन ली गई ? ऐसे इन प्रश्नों को उजागर करने हेतु केंद्र शासन श्वेत पत्र जारी कर करें , यह मांग की जावेगी। धरना प्रदर्शन में पुरजोर रूप से मांग की जावेगी की यह अपराध किसने किया यह भी देश की जनता जाने इस हेतु आयोग का गठन कर देश के सामने यह स्पष्ट किया जावे की आज जो लोग संविधान की रक्षा की बात कर संविधान हाथों में लेकर नौटंकी कर रहे हैं, यह वही लोग हैं जिन्होंने आजादी के बाद देश में आपातकाल जैसी स्थितियां अनेक बार निर्माण कर अपनी सत्ता की लालसा के चलते संविधान की बार-बार हत्या की। मनोज निर्वाणी ने कहा कि धरना के माध्यम से केंद्र शासन से मांग की जावेगी कि आपातकाल के दौरान जिन्हें अकारण जेलों में बंद कर दिया गया उन्हें आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ अर्थात 25 जून को राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित कर संविधान के हत्यारों को उजागर किया जावे। आदि विषय ज्ञापन के माध्यम से केंद्र शासन को दिए जाएंगे। छत्तीसगढ़ से भी बड़ी संख्या में कल सेनानी दिल्ली प्रदर्शन में शामिल होंगे।

error: Content is protected !!