एक्स रिपोर्टर न्यूज । राजनांदगांव
तमाम समाचार और शिकायत के बाद भी उद्योग विभाग के अफसर ममता नगर इंडस्ट्रियल एरिया मामले में संतुष्टिपूर्ण कार्रवाई नहीं कर पा रहे है। नियम विरूद्ध कार्य करने के चलते हाल ही में हिना प्लास्टिक का जमीन लीज पंजीयन तो निरस्त कर दिया गया है, लेकिन जगह खाली करवाने के लिए अफसरों के हाथ कांप रहे हैं। ऐसे हालात में नियम को ताक पर रखकर कार्य करने व लीज लेने वाले व्यापारियों के हौसले और बुलंद हो चले है।
शहर के सबसे पॉश इलाके में स्थित ममता नगर इंडस्ट्रियल एरिया में वर्षों से उद्योगपतियों की मनमानी हावी है। इस मामले को लेकर लगातार समाचार प्रसारित करने और फिर शिकायत करने के बाद भी अफसर इस ओर कार्रवाई के लिए ध्यान नहीं दे रहे है। इस मामले को लेकर लिखित शिकायत वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री के अलावा कलेक्टर, एसडीएम, जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक और औद्योगिक स्वास्थ एवं सुरक्षा विभाग के उप संचालक को दी जा चुकी है। शिकायत में बताया गया कि राजनांदगांव ममता नगर इंडस्ट्रियल एरिया में सरकारी लीज भूमि पर वर्षों से काबिज उद्योगपतियों की मनमानी चरम पर है। लीज के नियम शर्तों को दरकिनार कर उद्यमियों ने उक्त भूमि पर मकान, शोरूम और गौठान बना रखा है। यही नहीं भूमि को किसी दूसरे उद्यमी को किराए पर देकर लीज धारक मोटा किराया वसूल रहे हैं। शहर के सबसे पॉश कालोनी में प्लास्टिक दाना फैक्ट्री का संचालन बिना किसी फायर सेफ्टी के किया जा रहा है, अन्य फैक्ट्रियों का भी यही हाल है, जिससे भविष्य में अनचाही घटना होने की आशंका बनी हुई है।
फैक्ट्री के नाम पर ली जगह और बना दिया कबाड़खाना
गौरतलब है कि हिना प्लास्टिक फैक्ट्री को प्लास्टिक दाना निर्माण के लिए ममता नगर इंडस्ट्रियल एरिया में सरकारी जमीन लीज पर दी गई है। लेकिन उक्त फैक्ट्री में कबाड़ में एकत्र प्लास्टिक को भरकर रखा गया है। फायर सेफ्टी का उचित इंतजाम नहीं होने की वजह से कभी भी आगजनी की गंभीर घटना हो सकती है। जिससे माल और जनहानि की भी आशंका है।
जानिए क्या कहते है जिम्मेदार अफसर?
इस मामले को लेकर जब जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक स्वतंत्र सिंह से चर्चा की गई तो उन्होंने कहा कि प्लास्टिक दाना फैक्ट्री का भूमि लीज निरस्त कर दिया गया है, लेकिन जगह खाली नहीं करवाया गया है। फैक्ट्री संचालक उच्च अधिकारियों से अपील करने में लगा हुआ है।
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